कानपुर एनकाउंट (Kanpur Encounter) का मुख्य आरोपी विकास दुबे (Vikas Dubey) शुक्रवार को एसटीएफ के साथ हुई मुठभेड़ में मारा गया. 2 जुलाई को 8 पुलिसकर्मियों की हत्या करने के बाद विकास दुबे की गुरुवार को गिरफ्तारी हुई और 8वें दिन यानी आज उसे मुठभेड़ में ढेर कर दिया गया.
यह मुठभेड़ उस दौरान हुई जब एसटीएफ विकास दुबे को उज्जैन से कानपुर लेकर निकली. भौति चोराहे के पास एसटीएफ के काफिले की एक गाड़ी पलट गई, जिसके बाद विकास दुबे ने एसटीएफ की बंदूक छीनकर भागने की कोशिश की.
जानाकारी के मुताबिक, विकास दुबे को कानपुर ला रही एसटीएफ के काफिले की गाड़ी आज सुबह दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी. हादसा कानपुर टोल प्लाजा से 25 किलोमीटर दूर हुआ. बताया जा रहा है कि जब गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हुई, उस समय विकास दुबे हथियार छीनकर भाग निकला. घटनास्थल से सात से आठ किलोमीटर की दूरी पर विकास दुबे और पुलिस के बीच मुठभेड़ हई, जिसमें कानपुर एनकाउंटर का मुख्य आरोपी विकास दुबे ढेर हो गया.
विकास के सीने और सिर में गोली लगी. पुलिस उसे हैलट अस्पताल के लिए लेकर आई. हालांकि अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो गई थी. कानपुर के हैलट अस्पताल ने विकास दुबे की मौत की पुष्टि की है. पोस्टमार्टम हाउस पुलिस छावनी में तब्दील हो चुका है.
एसएसपी कानपुर ने बताया कि विकास दुबे को ला रही गाड़ी हाइवे पर पलट गयी. वो किसी तरह बाहर निकला और घायल सिपाहियों की पिस्टल छीनकर भागने लगा. STF ने फायरिंग की उसे भी गोली लगी और वो मारा गया. एसटीएफ के 4 सिपाही भी घायल हुए हैं.