कृषि कानूनों के खिलाफ सड़कों पर उतरे किसानों की सरकार के साथ बैठक बेनतीजा रही। करीब तीन घंटे तक चली इस बैठक में बात नहीं बन पाई है। एक बार फिर गुरूवार को सरकार की किसानों के साथ बैठक होनी है।
Today's meeting was good & some progress was made. During our next meet on 3rd Dec with govt, we'll convince them that no clause of Farm law is pro-farmer. Our agitation will continue: Prem Singh Bhangu, President, All India Kisan Federation on meeting with Agriculture Minister https://t.co/KlCNhTY6lh pic.twitter.com/dvEwZz00IS
— ANI (@ANI) December 1, 2020
आपको बता दें, पंजाब से आए किसान संगठनों और केंद्र सरकार के बीच मंगलवार को विज्ञान भवन में 3 घंटे से अधिक बातचीत हुई। हालांकि बातचीत समाप्त होने के बाद बाहर आए किसान नेताओं ने अपना आंदोलन जारी रखने की बात कही है। किसान नेताओं के मुताबिक फिलहाल यह बातचीत बेनतीजा रही है। किसान नेताओं का कहना है की बातचीत का अगला दौर अब गुरुवार को शुरू होगा। किसान नेता सरदार चंदा सिंह ने कहा, “खेती कानून के विषय पर बात करने के लिए कृषि मंत्री, रेल मंत्री व अन्य लोग मौजूद थे।”
किसानों का कहना है कि कृषि मंत्री ने कहा कि एक छोटी कमेटी बना दो। सरकार उस छोटी कमेटी से इस सब विषयों पर बात करेगी, लेकिन हमें सरकार का यह प्रस्ताव मंजूर नहीं है, अब सरकार से अगली बातचीत गुरुवार को होगी।” वहीं कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बैठक समाप्त होने के बाद कहा, “भारत सरकार ने मंगलवार को किसानों के साथ तीसरे दौर की वार्ता संपन्न की। एक दूसरे के प्रति काफी समझ बनी है। हम लोगों ने यह तय किया है कि अब परसों यानी गुरुवार को वार्ता का अगला चरण शुरू होगा। गुरुवार को किसान अपना इश्यू लेकर आएंगे और फिर चर्चा की जाएगी।”
The meeting was good and we have decided that the talks will be held on 3rd December. We wanted a small group to be constituted but farmers' leaders wanted that the talks should be held with everyone, we do not have problem with it: Union Agriculture Minister Narendra Singh Tomar https://t.co/73zml1sb0r pic.twitter.com/9pm3kMgfLk
— ANI (@ANI) December 1, 2020
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर कहा, “सामान्य तौर पर हम सब लोग चाहते थे की एक समिति बने, लेकिन उनका (किसानों) का कहना यह था कि सभी लोग एक साथ मिलकर बात करेंगे। हम किसान भाइयों से आग्रह करते हैं कि वह आंदोलन स्थगित करें और बातचीत करें, लेकिन यह निर्णय किसानों पर निर्भर करता है।” आपको बता दें, कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन का आज छठा दिन है। दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का प्रदर्शन जारी है।
गौरतलब है कि किसानों ने रविवार को कहा था कि बुराड़ी नहीं जाएंगे और दिल्ली की घेराबंदी के लिए 5 एंट्री पॉइंट्स पर धरना देंगे। किसान नेता बलदेव सिंह सिरसा बोले- हमारे पास इतना राशन है कि 4 महीने भी हमें रोड पर बैठना पड़े, तो बैठ लेंगे। उधर, गाजियाबाद बॉर्डर पर प्रदर्शनकारी किसानों की पुलिस से हाथापाई भी हुई।