साल 2014 में अस्तित्व में आने के बाद से तेलंगाना में के चंद्रशेखर राव के नेतृत्व में बीआरएस (पहले टीआरएस) का शासन रहा है। लेकिन इस बार केसीआर को कांग्रेस से बड़ी चुनौती मिल रही है, जो चुनाव को लेकर आक्रामक रूप से अभियान चला रही है।
तेलंगाना में जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं, वैसे-वैसे सत्तारूढ़ बीआरएस को एक के बाद एक झटके लगते जा रहे हैं। ताजा झटके में बीआरएस विधायक मयनामपल्ली हनुमंत राव अपने बेटे और एक पूर्व विधायक के साथ गुरुवार को दिल्ली में कांग्रेस में शामिल हो गए। इसे केसीआर के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।
बीआरएस विधायक मयनामपल्ली हनुमंत राव अपने बेटे और पूर्व बीआरएस विधायक वेमुला वीरेशम के साथ दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पार्टी की तेलंगाना इकाई के प्रमुख अनुमुला रेवंत रेड्डी की उपस्थिति में कांग्रेस में शामिल हुए।
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कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने दिल्ली में अपने निवास, 10 राजाजी मार्ग पर तेलंगाना कांग्रेस इकाई के प्रमुख ए. रेवंत रेड्डी की उपस्थिति में बीआरएस नेताओं को पार्टी में शामिल किया। मयनामपल्ली हनुमंत राव और उनके बेटे के अलावा, पूर्व बीआरएस विधायक वेमुला वीरेशम का कांग्रेस में आना बीआरएस के लिए झटका माना जा रहा है।
बता दें कि कांग्रेस दक्षिणी राज्य तेलंगाना में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर आक्रामक रूप से अभियान चला रही है। राज्य के 2014 में अस्तित्व में आने के बाद से के चंद्रशेखर राव के नेतृत्व में बीआरएस (पहले टीआरएस) का शासन रहा है। लेकिन इस बार केसीआर को कांग्रेस से बड़ी चुनौती मिल रही है।
Source: NH