कोरोना वायरस महामारी की वजह से भारतीय सेवा क्षेत्र की गतिविधियों को तगड़ा झटका लगा है। मार्च में Services PMI घटकर 49.3 के स्तर पर आ गया। फरवरी में यह 57.5 के स्तर पर था। भारत का कंपोजिट पीएमआई मार्च में 50.6 रहा जो फरवरी में 57.6 के स्तर पर था।
India's March services activity contracts amid coronavirus disruptions https://t.co/aooJoSEFbG pic.twitter.com/pxlyTICH7T
— Reuters Asia (@ReutersAsia) April 6, 2020
भारत के प्रमुख सेवा क्षेत्र जो आर्थिक विकास और नौकरियों के लिए बेहद उपयोगी है, उसमें मार्च में कोरोनोवायरस महामारी के चलते नए व्यवसाय और निर्यात की मांग में तेजी से गिरावट देखी गई है। एक निजी सर्वे में यह सामने आया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में 24 मार्च की आधी रात को 21 दिनों के लॉकडाउन की घोषणा की, जिसके बाद अधिकतर दुकानें बंद हैं, केवल जरूरी सुविधा मुहैया कराई जा रही है। कोरोनावायरस महामारी से वैश्विक आर्थिक गतिविधि में तेजी से मंदी के आसार हैं।
एक मजबूत सेवा क्षेत्र भारतीय विकास के लिए जरूरी है क्योंकि यह देश के सकल घरेलू उत्पाद में 60% से अधिक का योगदान देता है। अर्थशास्त्रियों का कहना है कि यदि लॉकडाउन बढ़ाया जाता है, तो इस तिमाही में एशिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के वृद्धि में संकुचन की आशंका है।