राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य में चल रहे बिजली संकट से निपटने के तरीकों पर चर्चा करने के लिए अधिकारियों के साथ एक बैठक की।
राजस्थान सरकार ने किसानों और आम लोगों को राहत देने के लिए बड़ा फैसला किया है। सीएम अशोक गहलोत ने अधिकारियों के साथ बैठक के बाद यह ऐलान किया। राज्य में बढ़ते बिजली संकट के मद्देनजर, राज्य सरकार उद्योगों को बिजली आपूर्ति में कटौती करेगी और इसे किसानों और आम लोगों को देगी।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य में चल रहे बिजली संकट से निपटने के तरीकों पर चर्चा करने के लिए अधिकारियों के साथ एक बैठक की। अधिकारियों ने बताया कि बैठक में उद्योगों की बिजली आपूर्ति में कटौती कर इसे किसानों और आम उपभोक्ताओं को देने का निर्णय लिया गया है। संकट के चलते किसानों को फसलों की सिंचाई के लिए दिन के बजाय रात को बिजली दी जाएगी।
दरअसल, अगस्त में मानसून धीमा पड़ने से राज्य में बिजली संकट गहरा गया है। तापमान बढ़ने से बिजली की मांग बढ़ गयी है। बिजली विभाग की ओर से लोड मैनेजमेंट किया जा रहा है और शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक बिजली कटौती की जा रही है।
वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि राज्य में बिजली की औसत खपत प्रतिदिन 3400 लाख यूनिट से अधिक हो गयी है। बिजली की अधिकतम मांग 17 हजार मेगावाट के करीब पहुंच गयी है। इस बार बारिश नहीं होने से बिजली की मांग और बढ़ गयी है। मांग और आपूर्ति में तालमेल बनाए रखने के लिए मांग अधिक और आपूर्ति कम होने के कारण बिजली कटौती की जा रही है।
पर्याप्त बिजली नहीं मिलने के कारण अलग-अलग इलाकों में जरूरत के मुताबिक एक से डेढ़ घंटे की कटौती की जा रही है।
Source: Navjivan