उत्तर प्रदेश में कुल 75 में से 22 जिला पंचायतों के अध्यक्षों को मंगलवार को निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया था, जिसमें बीजेपी ने 21 सीटें जीती थीं और एक सीट (इटावा) समाजवादी पार्टी के खाते में गई थी।बीएसपी ने आधिकारिक रूप से चुनाव नहीं लड़ा था।
उत्तर प्रदेश में अगले साल की शुरूआत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले जिला पंचायत चुनाव में बीजेपी ने 75 में से 65 सीटों पर जीत दर्ज की है। समाजवादी पार्टी केवल 6 सीटें जीतने में सफल रही। अपना दल ने सोनभद्र सीट जीती है, जबकि निर्दलीय विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया के नेतृत्व में जनसत्ता दल ने प्रतापगढ़ सीट जीती है। जौनपुर सीट बीएसपी के पूर्व सांसद धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला सिंह रेड्डी ने जीती थी।
उत्तर प्रदेश में कुल 75 में से 22 जिला पंचायतों के अध्यक्षों को मंगलवार को निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया था, जिसमें बीजेपी ने 21 सीटें जीती थीं और एक सीट (इटावा) समाजवादी पार्टी के खाते में गई थी। सहारनपुर, बहराइच, इटावा, चित्रकूट, आगरा, गौतमबुद्ध नगर, मेरठ, गाजियाबाद, बुलंदशहर, अमरोहा, मुरादाबाद, ललितपुर, झांसी, बांदा, श्रावस्ती, बलरामपुर, गोंडा, गोरखपुर, मऊ, वाराणसी पीलीभीत और शाहजहांपुरमें उम्मीदवार निर्विरोध जीते हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक हिंदुत्व की राजनीति के केंद्र अयोध्या और मथुरा में बीजेपी समर्थित उम्मीदवार जीत दर्ज करने में कामयाब रहे हैं। अयोध्या में बीजेपी समर्थित उम्मीदवार रोली सिंह ने एसपी समर्थित इंदु सेन यादव को हराया, तो मथुरा में बीजेपी समर्थित उम्मीदवार किसान सिंह ने आरएलडी समर्थित राजेंद्र सिंह सिकरवार के खिलाफ जीत दर्ज की। बीएसपी ने आधिकारिक रूप से चुनाव नहीं लड़ा और कांग्रेस एक भी सीट नहीं जीत सकी।
जिला पंचायत चुनाव में बीजेपी की जीत के बाद (जिसकी मतगणना शनिवार को पूरी हुई) एसपी के कार्यकर्ताओं ने चुनावों में धांधली का आरोप लगाते हुए उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में विभिन्न कलेक्ट्रेट कार्यालयों के बाहर जोरदार विरोध-प्रदर्शन किया। एसपी का आरोप है कि इस चुनाव में बीजेपी के पक्ष में सरकार ने खुली धांधली की है।
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समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सत्तारूढ़ बीजेपी पर जिला पंचायतों के अध्यक्ष पदों को हथियाने के लिए डर और लालच का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि बीजेपी हर जिले में प्रशासन का इस्तेमाल एसपी उम्मीदवारों के खिलाफ फर्जी मामले दर्ज करने और उन्हें धमकाने के लिए कर रही है। पार्टी ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से इस संबंध में हस्तक्षेप करने का आग्रह किया।
वहीं मुख्यमंत्री के सलाहकार शलभ मणि त्रिपाठी ने उत्तर प्रदेश के लोगों की सराहना करते हुए कहा, “लोगों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि यूपी में अराजकता और भ्रष्टाचार फैलाने वालों के लिए उनके दिल में क्या है। यह बीजेपी की बड़ी जीत है। जिला पंचायत चुनाव की यह जीत उत्तर प्रदेश के लोगों की जीत है। जो हार गए हैं उनके पास कहने के लिए कुछ नहीं है, इसलिए वे आरोप लगाएंगे। उत्तर प्रदेश के लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी पर अपना विश्वास दिखाया है। कई विपक्षी नेता कह रहे थे कि यह सेमीफाइनल है, इसलिए सेमीफाइनल का नतीजा आ गया है और अब फाइनल (यूपी चुनाव) का इंतजार है।”
नवजीवन