वहीं, एडीजी आगरा जोन राजीव कृष्ण ने कहा कि मुकदमा पहले ही कायम हो चुका है, इसकी निष्पक्ष विवेचना के लिए जांच ज़िले से बाहर की जाएगी। थाना जगदीशपुरा की जांच टीम में 5 सदस्य शामिल थे, उनको आरोपों के मद्देनज़र निलंबित कर दिया गया है, इसकी जांच एक गजेटेड ऑफिसर द्वारा की जाएगी।
आरोप है कि अरुण कुमार नाम के सफाईकर्मी की पुलिस हिरासत में पिटाई से मौत हुई है। यूपी कांग्रेस ने ट्वीट करके कहा कि बीजेपी की तानाशाही हुकूमत की पुलिस द्वारा प्रियंका गांधी को हिरासत में लेना निंदनीय है, संवैधानिक अधिकारों का हनन है। हम अन्याय के खिलाफ न्याय की लड़ाई को जारी रखेंगे।
भाजपा की तानाशाही हुकूमत की पुलिस द्वारा कांग्रेस महासचिव श्रीमती @priyankagandhi जी को हिरासत में लेना निंदनीय है, संवैधानिक अधिकारों का हनन है।
हम अन्याय के खिलाफ न्याय की लड़ाई को जारी रखेंगे। pic.twitter.com/wFy4D1Hn58
— UP Congress (@INCUttarPradesh) October 20, 2021
इससे पहले यूपी कांग्रेस ने ट्वीट करके पूछा कि इतना डर किस बात का है आदित्यनाथ ? न्याय मांगना गुनाह है क्या?
इतना डर किस बात का है आदित्यनाथ ? न्याय मांगना गुनाह है क्या? pic.twitter.com/D6M6lafWgI
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