इस बीच, इन इलाकों में पुलिस द्वारा शराब कारोबार को लेकर लगातार छापेमारी की जा रही है। इधर, सूत्रों का कहना है कि अभी भी कई पीड़ित लोगों को इलाज चल रहा है।
गौरतलब है कि पंचायत चुनाव में एक प्रत्याशी के विजय होने के बाद शराब पार्टी का आयोजन किया गया था, जिसमें कई लोगों ने शराब पी थी। इसके बाद लोगों की तबियत खराब होने लगी थी। घटनास्थल से पुलिस ने शराब की बोतलें और कुछ होम्योपैथिक दवाएं भी बरामद की थी।
उल्लेखनीय है कि बिहार में पूर्ण शराबबंदी है, लेकिन प्रतिदिन किसी न किसी जिले से शराब बरामदगी की खबर आती है।