हालांकि, राजदूत नाओर गिलोन ने भारत की राजनीति में तूफान खड़ा कर देने वाले इस मुद्दे पर ज्यादा कुछ बोलने से मना करते हुए कहा कि पेगासस जासूसी कांड का मुद्दा भारत का आंतरिक मामला है और मैं इस बिंदु से आगे नहीं बोल सकता। यह पूछे जाने पर कि क्या भारत सरकार उनसे संपर्क करेगी, उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं पता कि भारत सरकार उनसे संपर्क करेगी या नहीं।
पिछले साल दिल्ली में इजरायली दूतावास के पास हुए विस्फोट का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि अपराधियों को अभी तक पकड़ा नहीं जा सका है, हालांकि दोनों देशों की जांच एजेंसियां एक दूसरे का सहयोग कर रही हैं। गिलोन ने कहा, “हम सभी दूतावास कर्मियों को सुरक्षा मुहैया कराने के लिए भारत सरकार के आभारी हैं।”
इजरायल, भारत, अमेरिका और संयुक्त अरब अमीरात के साथ नवगठित क्वाड के बारे में बात करते हुए राजदूत ने कहा कि यह पूरी तरह से एक आर्थिक मंच है, जो भागीदार देशों के बीच आपसी सहयोग पर आधारित है। उन्होंने कहा कि इसका अभी तक सैन्य घटक से कोई लेना-देना नहीं है। अफगानिस्तान के बारे में गिलोन ने कहा कि देश का इस्तेमाल चरमपंथ के लिए नहीं किया जाना चाहिए। विदेश मंत्री जयशंकर की हाल ही में संपन्न यात्रा का विवरण साझा करते हुए उन्होंने कहा कि द्विपक्षीय संबंधों के मामले में यह यात्रा सबसे सफल रही।