सर्वे के मुताबिक कुल मिलाकर 40.5 फीसदी लोग राहुल गांधी की कार्यशैली से ‘बिल्कुल संतुष्ट नहीं’ हैं, जबकि 18.5 फीसदी लोग ‘काफी संतुष्ट’ हैं। आंकड़ों से यह भी पता चला कि 20.2 प्रतिशत ‘कुछ हद तक संतुष्ट’ हैं, जबकि 21 प्रतिशत ने ‘पता नहीं/कह नहीं सकते’ श्रेणी को चुना।
सर्वेक्षण के लिए नमूना आकार 98,121 था जिसमें पांच चुनावी राज्यों में 690 विधानसभा सीटों को शामिल किया गया था। यह सर्वे 4 सितंबर से 4 अक्टूबर के बीच किया गया था।
पंजाब में, जहां कांग्रेस सत्ताधारी पार्टी है, राहुल गांधी के प्रदर्शन से कम से कम 53.1 फीसदी ‘बिल्कुल संतुष्ट नहीं’ हैं। केवल 6.7 प्रतिशत राहुल गांधी के प्रदर्शन से ‘बहुत संतुष्ट’ हैं, जबकि 18.9 प्रतिशत उत्तरदाता ‘कुछ हद तक संतुष्ट’ हैं। यहां सैंपल साइज 18,642 था।
उत्तराखंड में, 54.1 प्रतिशत उत्तरदाता, सभी चुनावी राज्यों में सबसे अधिक, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष की कार्यशैली से ‘बिल्कुल संतुष्ट नहीं’ हैं, जबकि 14.7 प्रतिशत ‘बहुत अधिक संतुष्ट’ हैं। राज्य के लिए सैंपल साइज 13,975 था।
मणिपुर में, 27.4 प्रतिशत उत्तरदाता राहुल गांधी के काम से ‘बहुत संतुष्ट’ हैं, 21.5 प्रतिशत ‘कुछ हद तक संतुष्ट’ हैं, जबकि 42.1 प्रतिशत ‘बिल्कुल संतुष्ट नहीं हैं’।
उत्तर प्रदेश में कुल 46.2 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कांग्रेस नेता के लिए ‘बिल्कुल संतुष्ट नहीं’ श्रेणी को चुना, जबकि 13.3 प्रतिशत ने कहा कि वे ‘बहुत संतुष्ट’ हैं। राज्य के लिए सैंपल साइज 50,936 था।
गोवा में, 16.1 प्रतिशत कांग्रेस नेता की कार्यशैली से ‘बहुत संतुष्ट’ हैं, जबकि 23.2 प्रतिशत ने ‘कुछ हद तक संतुष्ट’ श्रेणी को चुना है। यह सर्वे 13,048 लोगों पर किया गया था।