MP Government Formation Case, सुप्रीम कोर्ट में आज मध्य प्रदेश सरकार गठन मामले में सुनवाई हुई। इस मामले की सुनवाई करते हुए जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने कहा कि मध्य प्रदेश में राज्यपाल का बहुमत परीक्षण(फ्लोर टेस्ट) कराने का फैसला एकदम सही था।मुख्यमंत्री को बहुमत साबित करने का आदेश देने के राज्यपाल के अधिकारों पर सुप्रीम कोर्ट ने आज विस्तृत फैसला सुनाया। कोर्ट ने मध्य प्रदेश के मामले में आज विस्तृत आदेश देते हुए कहा कि चालू सत्र में भी राज्यपाल मुख्यमंत्री से बहुमत साबित करने को कह सकते हैं इसमें कोई बाधा नहीं है।
— Mala Dixit (@mdixitjagran) April 13, 2020
इससे पहले इस मामले में मध्य प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ की ओर से दलील दी गई थी कि राज्यपाल चालू सत्र में मुख्यमंत्री को बहुमत साबित करने का आदेश नहीं दे सकते, राज्यपाल सिर्फ सत्र बुला सकते हैं। हालांकि कमलनाथ ने बहुमत साबित करने से पहले ही अपना इस्तीफा दे दिया था।
जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ ने अपने विस्तृत फैसले में कहा कि यह जरूरी था क्योंकि वहां सरकार बहुमत खो चुकी थी।सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई के दौरान जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ ने कहा कि यह राज्यपाल की शक्तियों पर 68 पन्नों का फैसला है। जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा कि हमने संवैधानिक कानून और राज्यपाल की शक्तियों पर एक विस्तृत फैसला दिया है।
राज्यपाल ने नहीं मनाया जन्मदिन
कोरोना संकट के चलते मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन ने 12 अप्रैल को अपना जन्मदिन नहीं मनाया। रविवार को वह 85 वषर्ष के हो गए। लालजी टंडन ने अपनी 85वीं सालगिरह इस बार अलग अंदाज में मनाई। कोरोना महामारी को देखते हुए उन्होंने कोई आयोजन तो नहीं रखा, लेकिन राजभवन के जवाहरखंड परिसर में उन्होंने हरसिंगार का पौधा रोपा। इस दौरान शारीरिक दूरी का क़ड़ाई से पालन किया गया। कोरोना के खिलाफ ल़़डाई में तैनात पुलिसकर्मी, डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ, कंट्रोल रूम के स्टाफ एवं सफाईकर्मियों को उन्होंने भोजन के पैकेट बनवाकर भिजवाए।
source: jagran.com