(रिपोर्ट: शाश्वत तिवारी)
संस्कृति एवं विदेश राज्य मंत्री 27 से 30 सितंबर तक स्विट्जरलैंड के दौरे पर हैं। इस दौरान जिनेवा में उन्होंने भारत की आजादी के 75 साल के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के तहत अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के सदस्यों को संबोधित किया। इसके साथ ही विदेश राज्य मंत्री लेखी ने आईसीसीआर द्वारा आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम- भारतीय साड़ियों की शानदार गाथा और खादी टेपेस्ट्री प्रदर्शनी में भी भाग लिया। इस संबंध में उन्होंने ट्वीट कर जानकारी दी है।
विदेश राज्य मंत्री अपनी इस यात्रा में स्विजरलैंड के राष्ट्रपति से मिली। उन्होंने ट्वीट कर कहा स्विस परिसंघ के अध्यक्ष गी परमेलिन के साथ फेडरल पैलेस, बर्न में एक उपयोगी बैठक की। हमने द्विपक्षीय संबंधों के संपूर्ण पहलुओं पर चर्चा की और अपने मजबूत व्यापार संबंधों और लोगों से लोगों के संपर्कों को आगे बढ़ाने पर सहमति व्यक्त की।
इसके साथ ही विदेश राज्य मंत्री लेखी ने भारतीय दूतावास में आयोजित एक योग सत्र में हिस्सा लिया। इस बारे में एक अन्य ट्वीट में कहा स्विस योग शिक्षकों और चिकित्सकों के साथ योग सत्र में भाग लिया। योग हिमालय और अल्पस (स्विटजरलैंड के पहाड़) को जोड़ता है।
इसके बाद विदेश राज्य मंत्री लेखी जिनेवा के एरियाना पार्क गईं, वहां उन्होंने महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। यह वही जगह हैं, जहां 1931 में लंदन से गोलमेज सम्मेलन में भाग लेने के बाद राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जिनेवा झील नोबेल पुरस्कार विजेता फ्रांसीसी लेखक रोमेन रोलैंड के साथ 5 दिन रहे थे। महात्मा गांधी की इस प्रतिमा का अनावरण उनकी 150वीं के अवसर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने किया था।