दिल्ली पुलिस ने आज महिला पंचायत के लिए पुलिस बैरिकेड तोड़कर नवनिर्मित संसद भवन की ओर मार्च कर रहे बजरंग पुनिया, विनेश फोगट और साक्षी मलिक सहित सभी प्रदर्शनकारी पहलवानों को हिरासत में ले लिया और इसके बाद जंतर-मंतर पर लगे उनके टेंट को भी उखाड़ दिया।
बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ आरोपों पर मोदी सरकार की चुप्पी के विरोध में महिला महापंचायत के लिए संसद की ओर कूच कर रहे पहलवानों पर पुलिस हमला और उन्हें हिरासत में लिए जाने के विरोध में आइसा, ऐपवा और आरवाईए जैसे कई छात्र संगठन दिल्ली की सड़कों पर उतर आए और जनपथ रोड को जाम कर दिया।
ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आईसा) ने अपने ट्विटर हैंडल पर पहलवानों को हिरासत में लेने का विरोध करते हुए लिखा, महिला पंचायत के लिए संसद की ओर मार्च कर रहे पहलवानों पर क्रूर पुलिस हमले और हिरासत में लिए जाने की निंदा करते हुए आइसा, ऐपवा और आरवाईए के सदस्यों सहित सैकड़ों लोगों ने सड़क जाम कर दिया है।
इस बीच छात्रों ने यह भी दावा किया कि पुलिस ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय परिसर में धारा 144 लगा दी है और उन्हें जंतर मंतर पर विरोध कर रहे पहलवानों के आंदोलन में शामिल होने नहीं दिया। हालांकि, छात्रों के दावों पर दिल्ली पुलिस की ओर से अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
इससे पहले भारी संख्या में तैनात दिल्ली पुलिस के जवानों ने आज महिला पंचायत के लिए पुलिस बैरिकेड्स को तोड़कर नवनिर्मित संसद भवन की ओर मार्च कर रहे बजरंग पुनिया, विनेश फोगट और साक्षी मलिक सहित सभी प्रदर्शनकारी पहलवानों को उनके समर्थकों के साथ हिरासत में ले लिया और इसके बाद जंतर-मंतर पर लगे टेंट को भी उखाड़ दिया।
Source: Navjivan