उत्तर प्रदेश के शामली में रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी जयंत सिंह ने कहा कि भाजपा सरकार में किसानों को जो कष्ट हुए हैं, अब उनको खत्म होने का समय आ गया है। किसानों के कष्टों का यह आखिरी पेराई सत्र होगा। जनता ने मन बना लिया है कि 2022 में भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकना है। इस सरकार ने कभी किसी गरीब या किसान का भला नहीं किया। यह पूंजीपतियों का भला सोचने वाली सरकार है। चौधरी जयंत सिंह रविवार को थानाभवन के जैदी फार्म हाउस में परिवर्तन संदेश रैली को संबोधित कर रहे थे।
चौधरी जयंत ने कहा कि किसान एक साल से कृषि बिलों के खिलाफ धरने पर बैठे हैं। दोबारा सर्दी शुरू हो गई है। लेकिन इस सरकार में किसानों को कुचलने की, पीड़ितों को न्याय न मिलने की, गरीबों के घरों पर बुलडोजर चलवाने की व्यवस्था है। इस व्यवस्था को बदलना है। इस सरकार की बुनियाद हिलाने का वक्त आ गया है। सीएम योगी को किसानों के दुख की कोई जानकारी नहीं है। वह खेतों में कभी नहीं गए, बछड़ों के बीच घूमते हैं। यह सरकार और खेतों में घूमते बछड़े, दोनों ही किसानों का नुकसान कर रहे हैं।
कैबिनेट गन्ना मंत्री सुरेश राणा पर निशाना साधते हुए कहा कि वह अपने गृह जनपद के किसानों के साथ ही न्याय नहीं कर पाए। किसानों के चीनी मिलों पर 373 करोड़ बकाया हैं। सरकार गन्ना भुगतान 14 दिन में करने का कानून खत्म करने जा रही है। बिजली बिल 2003 में बदलाव कर रेट एक समान करने की तैयारी है। फिर अडानी और अंबानी किसानों की बिजली के रेट तय करेंगे।
कहा कि14 नवंबर से पार्टी का बहुजन उदय अभियान शुरू करने का एलान किया। कहा कि प्रत्येक रविवार को अनुसूचित जाति के लोगों के बीच जाकर उनके दुख-दर्द सुने। चौधरी जयंत ने कांग्रेस से गठबंधन की बात को नकार दिया। कहा कि सपा से सीटों के बंटवारे को लेकर बातचीत अंतिम दौर में है।
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