भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआइ ने अपने टी20 लीग आइपीएल के 13वें सीजन से पहले बड़े बदलाव करने का मन बनाया है। बीसीसीआइ दुनिया की सबसे महंगी टी20 क्रिकेट लीग यानी इंडियन प्रीमियर लीग में कई बदलाव करने जा रही है। कॉस्ट कटिंग के तहत भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड आइपीएल की प्राइज मनी पर कैंची चलाने जा रहा है, जिससे फ्रेंचाइजी खुश नहीं हैं।
बीसीसीआइ ने आइपीएल की सभी फ्रेंचाइजियों को सर्कुलर भेज दिया है कि आइपीएल 2020 की ओपनिंग सेरेमनी नहीं होगी, जबकि आइपीएल के प्लेऑफ वाली टीमों को मिलने वाली प्राइज मनी को आधा किया जा रहा है। भारतीय क्रिकेट बोर्ड आइपीएल की इनामी राशि को 50 फीसदी तक कम करने का मन बना चुकी है, जिसके तहत खिताब जीतने वाली टीम, रनर अप टीम और प्लेऑफ में तीसरे और चौथे स्थान पर रहने वाली टीमों को कम पैसे मिलेंगे।
अब इतनी मिलेगी प्राइज मनी
नए सर्कुलर के मुताबिक, बीसीसीआइ आइपीएल की विजेता टीम को 10 करोड़ रुपए इनामी राशि के तौर पर देगी। इससे पहले भारतीय क्रिकेट कंट्रोल इंडियन प्रीमियर लीग का खिताब जीतने वाली टीम को 20 करोड़ रुपये प्राइज मनी के तौर पर देता था, लेकिन अब ये राशि आधी कर दी गई है, जबकि फाइनल मैच हारने वाली टीम को इस बार 6.25 करोड़ रुपये मिलेंगे। पिछले साल आइपीएल की रनरअप टीम चेन्नई सुपर किंग्स को 12.50 करोड़ रुपये मिले थे।
इसके अलावा नंबर तीन और नंबर चार पर रहने वाली टीमों को पहले 8.75 करोड़ रुपये मिलते थे, लेकिन अब ये आदी कर दी गई है। क्वालीफायर 2 की हारने वाली टीम यानी तीसरे नंबर की टीम और एलिमिनेटर मैच हारने वाली टीम यानी चौथी नंबर की टीम को 4.375-4.375 करोड़ रुपये मिलेंगे। इसके अलावा भी कई चीदों पर बीसीसीआइ ने कैंची चलाई है, जिससे फ्रेंचाइजी खुश नहीं है और वे इस मामले में संबंधित अधिकारियों से बात करने वाली हैं।
मेजबानी के लिए खर्च करनी होगी ज्यादा रकम
बीसीसीआइ के वेन्यू एग्रीमेंट के हिसाब से फ्रेंचाइजी को किसी भी मैदान पर मैच आयोजित कराने के लिए राज्य क्रिकेट संघ को 30 लाख रुपये देने होते थे, लेकिन अब ये रकम बीसीसीआइ ने बढ़ाकर 50 लाख कर दी है। हालांकि, इतनी ही रकम बीसीसीआइ भी राज्य क्रिकेट संघ को देगी और इस तरह राज्य क्रिकेट संघ को एक मैच के लिए एक करोड़ रुपये मिलेंगे।
source: Jagran.com