रिपोर्ट: शाश्वत तिवारी
ब्रिक्स (BRICS) न्यू डेवलपमेंट बैंक (एनडीबी) के चौथे सदस्य देश के तौर पर गुरुवार को मिस्र भी जुड़ गया है। एनडीबी का सदस्य बनने पर भारत ने मिस्र के स्वागत किया है। इससे पहले अपनी वैश्विक पहुंच को विस्तारित करते हुए एनडीबी बांग्लादेश, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और उरुग्वे को सदस्य बना चुका है।
ब्रिक्स समूह दुनिया के पांच सबसे बड़े विकासशील देशों को एक साथ जोड़ता है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने एक ट्वीट में कहा भारत ब्रिक्स न्यू डेवलपमेंट बैंक परिवार के चौथे नए सदस्य के रूप में मिस्र का स्वागत करता है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने यह भी कहा कि एनडीबी द्वारा सदस्यता के विस्तार से उसे उभरती अर्थव्यवस्थाओं के लिए एक प्रमुख विकास संस्थान के रूप में खुद को स्थापित करने में मदद मिलेगी।
इससे पहले एनडीबी बांग्लादेश, यूएई और उरुग्वे को बना चुका है सदस्य।
बता दें कि ब्रिक्स ने उभरती अर्थव्यवस्थाओं में बुनियादी ढांचे और सतत विकास परियोजनाओं के लिए संसाधन जुटाने के उद्देश्य से बैंक की स्थापना की थी। ब्रिक्स समूह दुनिया के पांच सबसे बड़े विकासशील देशों को एक साथ जोड़ता है, जो वैश्विक आबादी का 41 प्रतिशत, वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का 24 प्रतिशत और वैश्विक व्यापार का 16 प्रतिशत प्रतिनिधित्व करते हैं।
एनडीबी के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स ने बैंक को 2020 के अंत में संभावित सदस्यों के साथ औपचारिक बातचीत करने के लिए अधिकृत किया था। सफल वार्ता के एक दौर के बाद बांग्लादेश, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और उरुग्वे एनडीबी से सितंबर 2021 में जुड़े। एनडीबी के शंघाई मुख्यालय ने एक बयान जारी कर कहा कि मिस्र एनडीबी में भर्ती होने वाला चौथा नया सदस्य है, जिसने बैंक की वैश्विक पहुंच का और विस्तार किया है।
एनडीबी के अध्यक्ष मार्कोस ट्रॉयजो ने कहा हम मिस्त्र का एनडीबी परिवार में स्वागत करते हैं। मिस्र दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते देशों में से एक है। यह अफ्रीकी महाद्वीप और मध्य पूर्व क्षेत्र में एक प्रमुख अर्थव्यवस्था होने के साथ-साथ एक प्रमुख विकास वित्त संस्थान भी है। हम मिस्त्र के बुनियादी ढांचे और सतत विकास के लिए निवेश की जरूरतों को पूरा करना चाहेंगे।
क्या है एनडीबी:
न्यू डेवलपमेंट बैंक जिसे पहले ब्रिक्स बैंक के अनौपचारिक नाम से भी जाना जाता था ब्रिक्स समूह के देशों द्वारा स्थापित किए गए एक नए विकास बैंक का आधिकारिक नाम है। यह वर्ष 2014 में ब्राज़ील के ‘फोर्टालेज़ा’ में आयोजित छठे ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में ब्रिक्स देशों द्वारा संयुक्त रूप से स्थापित एक बहुपक्षीय विकास बैंक है।
इस बैंक का गठन ब्रिक्स और अन्य उभरती अर्थव्यवस्थाओं में नवाचार एवं अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी के माध्यम से तीव्र विकास के लिये बुनियादी अवसंरचना एवं सतत विकास प्रयासों का समर्थन करने हेतु किया गया था। इसका मुख्यालय शंघाई (चीन) में स्थित है। इसका उद्देश्य ब्रिक्स देशों और अन्य उभरती तथा विकासशील अर्थव्यवस्थाओं की सतत विकास की मूलभूत परियोजनाओं के लिए वित्तीय संसाधन जुटाना है।
एनडीबी की स्थापना ब्रिक्स देशों ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका ने की थी। इसकी औपचारिक रूप से शुरुआत जुलाई, 2015 में हुई थी। यह बैंक मुख्य रूप से परिवहन, जल, निकासी, स्वच्छ ऊर्जा, डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर, सोशल इंफ्रास्ट्रक्चर और शहरी विकास जैसे क्षेत्रों में परियोजनाओं को वित्तीय मदद उपलब्ध कराता है।