(रिपोर्ट: शाश्वत तिवारी)
दुनिया को शांति और अहिंसा का पाठ पढ़ाने वाले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 152वीं जयंती अमेरिका से लेकर पाकिस्तान तक धूम-धाम से मनाई गई। यही नहीं विदेशों में स्थित भारतीय दूतावासों ने भी इस अवसर पर विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया। इस बारे दूतावासों ने अपने ऑफिसियल ट्वीटर हैंडल से ट्वीट कर जानकारी दी है।
विदेशों में स्थित भारतीय दूतावासों ने इस अवसर पर विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम किए आयोजित
संयुक्त राज्य अमेरिका के हावर्ड विश्वविद्यालय ने इस अवसर पर गांधीजी को श्रृंद्धांजलि दी। वहां स्थित भारतीय दूतावास ने ट्वीट कर कहा कि गांधी जयंती के अवसर पर प्रतिष्ठित हावर्ड विश्वविद्यालय के रैल्फ जे. बंच इंटरनेशनल अफेयर्स सेंटर के छात्रों ने गांधी प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित की और दूतावास के अधिकारियों ने उनसे मुलाकात की। जारी है अमृत महोत्सव।
कहीं परिचर्चा का हुआ आयोजन तो कहीं ध्यान की लगी कार्यशाला
रूस में गांधी जयंती पूरे उत्साह के साथ मनाई गई। वहां स्थित भारतीय दूतावास ने ट्वीट कर कहा कि गांधी जयंती के अवसर पर राजदूत ने भारतीय समुदाय और दूतावास के अधिकारियों की उपस्थिति में लोमोनोसोव्स्की प्रॉस्पेक्ट में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की।
ब्रिटेन में गांधी जयंती की धूम देखने को मिली। इस अवसर पर उच्चायुक्त गायत्री कुमार ने राष्ट्रपिता को श्रद्धांजलि दी और उनके विचारों को याद किया। भारतीय दूतावास ने इस बारे में ट्वीट कर कहा कि उच्चायुक्त गायत्री आई कुमार और भारतीय उच्चायोग के अधिकारियों ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को उनकी 152वीं जयंती के अवसर पर पार्लियामेंट स्क्वायर, लंदन में पुष्पांजलि अर्पित की।
संयुक्त राष्ट्र के जेनेवा कार्यालय में भी गांधी जयंती धूम-धाम से मनाई गई। इस बारे में वहां स्थित भारतीय दूतावास ने ट्वीट कर कहा कि महात्मा गांधी की 152वीं जयंती की पूर्व संध्या पर ब्रह्माकुमारी और शांति विश्वविद्यालय के साथ ‘समकालीन विश्व में गांधीवादी मूल्यों की प्रासंगिकता’ पर एक समृद्ध और प्रेरक पैनल परिचर्चा आयोजित की गई।
पाकिस्तान में ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के एक हिस्से के तौर पर गांधी जयंती के दिन ध्यान कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस मौके पर पाकिस्तान स्थित भारतीय दूतावास ने ट्वीट कर कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव (AKAM) समारोह के हिस्से के रूप में और महात्मा गांधी की 152 वीं जयंती के मौके पर एक ध्यान कार्यशाला आयोजित की गई, जिसमें राजनयिक समुदाय और सदस्यों ने भाग लिया।