रिपोर्ट: शाश्वत तिवारी
विदेश और संस्कृति राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने 23-26 सितंबर 2021 तक उज्बेकिस्तान का दौरा किया। पदभार संभालने के बाद किसी भी मध्य एशियाई देश की यह उनकी पहली आधिकारिक यात्रा थी। इस दौरान उन्होंने उज़्बेक विदेश मंत्री अब्दुल अज़ीज़ कामिलोव से मुलाकात की और अफगानिस्तान के हालात पर चर्चा की। दोनों नेताओं ने इस बात पर जोर दिया कि अफगानिस्तान की धरती का इस्तेमाल किसी भी आतंकवादी गतिविधियों के लिए न हो सके। भारतीय विदेश मंत्रालय ने रविवार को एक बयान जारी कर इस बारे में जानकारी दी है।
अपने बयान में विदेश मंत्रालय ने कहा कि विदेश राज्य मंत्री लेखी ने उज़्बेक विदेश मंत्री अब्दुल अज़ीज़ कामिलोव से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और बहुपक्षीय सहयोग के महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की। विदेश राज्य मंत्री लेखी ने उज्बेकिस्तान में 1 बिलियन अमरीकी डालर की ऋण व्यवस्था के तहत विकास परियोजनाओं के शीघ्र कार्यान्वयन पर जोर दिया। दोनों पक्ष प्रस्तावित द्विपक्षीय निवेश समझौते के लिए अपनी चल रही बातचीत को जल्द से जल्द पूरा करने पर भी सहमत हुए।
विदेश मंत्रालय के बयान के अनुसार, यात्रा के दौरान लेखी ने उज्बेकिस्तान के संस्कृति मंत्री ओजोदबेक नजरबेकोव से भी मुलाकात की। भारत और उज्बेकिस्तान के बीच गहरे सांस्कृतिक और सभ्यतागत संबंध को देखते हुए उन्होंने संस्कृति के विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को और गहन करने पर एक उपयोगी चर्चा की।
इनमें अभिलेखागार, फिल्म, बौद्ध स्थलों का संरक्षण, उज्बेकिस्तान के विभिन्न विश्वविद्यालयों में ‘इंडिया स्टडी रूम’ का निर्माण, साहित्यिक कार्यों का अनुवाद के क्षेत्र में सहयोग शामिल है। दोनों देशों के बीच 2021-25 की अवधि के सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम पर हस्ताक्षर किए गए। भारत की फिल्म हस्तियों का 50 सदस्यीय भारतीय प्रतिनिधिमंडल अगले सप्ताह ताशकंद फिल्म महोत्सव में भाग लेगा।
अपनी यात्रा के दौरान विदेश राज्य मंत्री लेखी ने कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। इनमें ताशकंद स्टेट यूनिवर्सिटी ऑफ लॉ में ‘भारत की लोकतांत्रिक परंपराओं’ पर एक व्याख्यान और “आजादी का अमृत महोत्सव” के हिस्से के रूप में बुखारा स्टेट यूनिवर्सिटी में ‘भारत-उजबेकिस्तान संबंधों को मजबूत करना रणनीतिक साझेदारी’ विषय पर आयोजित संबोधन शामिल था। उन्होंने ताशकंद स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ ओरिएंटल स्टडीज और अन्य संस्थानों के प्रतिष्ठित इंडोलॉजिस्ट से मुलाकात की और उज्बेकिस्तान में भारत के अध्ययन और दर्शन को और बढ़ावा देने के तरीकों पर चर्चा की।
विदेश राज्यमंत्री लेखी ने ताशकंद में भारतीय समुदाय के सदस्यों और समरकंद स्टेट मेडिकल इंस्टीट्यूट में भारतीय छात्रों के साथ भी बातचीत की। उन्होंने उज्बेकिस्तान सहित अन्य देशों के साथ भारत के संबंधों को मजबूत करने में विदेशों में रह रहे प्रवासी भारतीयों के सकारात्मक योगदान पर प्रकाश डाला। इसके साथ ही आजादी का अमृत महोत्सव के समारोहों में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए भारतीय समुदाय को प्रोत्साहित भी किया।