दिल्ली यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसिएशन (DUTA) ने ऑनलाइन परीक्षा कराने के संबंध में अपनी असहमति जाहिर की है। टीचर्स एसोसिएशन का कहना है कि ऑनलाइन मोड परीक्षा के संचालन में इंटरनेट कनेक्टविटी सहित तमाम तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। ऐसे में इस माध्यम से परीक्षा करा पाना मुश्किल है। डूटा ने यह सुझाव विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, यूजीसी को दिए हैं।
डूटा का कहना है कि डीयू एक बहुत बड़ी यूनिवर्सिटी है। यहां हर वर्ग के छात्र-छात्राएं पढ़ते हैं। ऐसे में यहां ऑनलाइन परीक्षा कराना संभव नहीं है, क्योंकि डीयू के पास न तो बुनियादी ढांचा है और न क्षमता। इसके अलावा इस तरह से स्टूडेंट का भी सही मूल्यांकन नहीं हो पाएगा। यह माध्यम केवल छात्रों को व्यस्त रखने के लिए एक व्यवस्था है। लेकिन ऑनलाइन परीक्षा कराना संभव नहीं है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ऑनलाइन परीक्षा कराने के फैसले को ज्यादातर डीन्स इसे व्यावहारिक रूप से असंगत’ बता रहे हैं। हालांकि अभी फाइनल कोई निर्णय नहीं आया है। अब ऐसी स्थिति में यूजीसी क्या फैसला लेती है। यह कुछ वक्त में ही पता चल पाएगा।
गौरतलब है कि दिल्ली यूनिवर्सिटी ने कोरोनावायरस के मद्देनजर पिछले हफ्ते अगले नोटिस तक सभी तरह की प्रैक्टिकल और लिखित परीक्षाएं स्थगित कर दी थीं। ऐसे में अब यह परीक्षाएं कैसे कराई जाएं। इस पर मंथन चल रहा है।
बता दें कि इस इस देशव्यापी लॉकडाउन का उद्देश्य कोरोना वायरस वैश्विक महामारी पर लगाम लगाना है। वहीं अब तक कोरोना वायरस के मामले देश में लगातार बढ़ रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार, देश में अभी तक 370 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा 11,000 से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं। लगातार बढ़ते मामलों की वजह से सरकार के सामने अब एक बड़ी चुनौती बनता जा रहा है। वहीं दुनिया में अब तक इस महामारी से लाखों लोग संक्रमित हो चुके हैं, जबकि हजारों लोगों की जान जा चुकी हैं।
source: Jagran.com