मद्रास हाईकोर्ट ने कोरोना वायरस के कारण इंडियन प्रीमियर लीग (IPL2020) को रद करने को लेकर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) से 23 मार्च तक जवाब मांगा है। कोर्ट ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को भी नोटिस जारी किया है। याचिकाकर्ता ने कोरोना वायरस प्रकोप के कारण केंद्र से बीसीसीआइ को 29 मार्च से 24 मई तक आईपीएल मैचों के संचालन की अनुमति नहीं देने के लिए निर्देश देने की मांग की है।
इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को कोरोना वायरस के कारण IPL2020 के स्थगन की मांग को लेकर दायर याचिका पर तत्काल सुनवाई करने से इन्कार कर दिया। जस्टिस यू यू ललित और अनिरुद्ध बोस की एक अवकाश पीठ ने याचिकाकर्ता से कहा कि वह 16 मार्च को नियमित पीठ के समक्ष तत्काल लिस्टिंग के लिए मामले का उल्लेख कर सकते हैं, जब होली की छुट्टियों के बाद कोर्ट फिर से खुलेगा।
पीठ ने याचिका दायर करने वाले अधिवक्ता मोहन बाबू अग्रवाल से कहा कि यह ऐसा मामला नहीं है जो कोर्ट के दोबारा खुलने तक इंतजार नहीं किया जा सकता। आप 16 मार्च को नियमित अदालत के समक्ष इसका उल्लेख कर सकते हैं।’ अग्रवाल ने पीठ को बताया कि आइपीएल -2020 29 मार्च से शुरू होने वाला है, लेकिन कोरोना वायरस को लेकर सुरक्षा उपायों की घोषणा नहीं की गई है। मैच के दौरान 40,000 दर्शक मौजूद रहेंगे।
आइपीएल पर संशय
बता दें कि आइपीएल 29 मार्च से शुरू होगा कि नहीं इस पर संशय है। बीसीसीआई के एक शीर्ष सूत्र ने गुरुवार को समाचार एजेंसी पीटीआइ को बताया कि इस साल के आइपीएल के लिए कोई विदेशी खिलाड़ी 15 अप्रैल तक उपलब्ध नहीं होगा। आइपीएल में खेलने वाले विदेशी खिलाड़ी बिजनेस वीजा श्रेणी में आते हैं। सरकार के निर्देश के अनुसार, वे 15 अप्रैल तक नहीं आ सकते हैं।
14 मार्च को आइपीएल गवर्निंग काउंसिल की मीटिंग
सूत्र के अनुसार आइपीएल होगा यह नहीं इसका फैसला 14 मार्च को मुंबई में होने वाली आइपीएल गवर्निंग काउंसिल की मीटिंग के दौरान लिया जाएगा। सरकार ने देश में कोरोना वायरस के नए मामलों के मद्देनजर 15 अप्रैल तक राजनयिक और रोजगार जैसी कुछ श्रेणियों को छोड़कर सभी मौजूदा विदेशी वीजा पर प्रतिबंध लगा दी है। भारत में अभी तक 60 से ज्यादा मामले सामने आए हैं। वायरस के कारण वैश्विक स्तर पर 4,000 से अधिक मौतें हुई हैं।
source: Jagran.com