सीबीआई ने वानखेड़े का मोबाइल फोन भी जब्त कर लिया है और डेटा हासिल करने के लिए उसे फॉरेंसिक लैब भेजा गया है। इसके लिए विशेष रूप से विशेषज्ञों की एक टीम बनाई गई है।
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने आर्यन खान ड्रग जब्ती मामले में मुंबई जोन नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के पूर्व प्रमुख समीर वानखेड़े के खिलाफ दायर अपनी प्राथमिकी में आरोप लगाया है कि उन्होंने अपनी विदेश यात्राओं और महंगी घड़ियां खरीदने के बारे में जानकारी छिपाई।
सीबीआई ने वानखेड़े का मोबाइल फोन भी जब्त कर लिया है और डेटा हासिल करने के लिए उसे फॉरेंसिक लैब भेजा गया है। इसके लिए विशेष रूप से विशेषज्ञों की एक टीम बनाई गई है।
आईएएनएस के हाथ लगी प्राथमिकी में सीबीआई ने चौंकाने वाले आरोप लगाए हैं।
सीबीआई सूत्र ने प्राथमिकी का हवाला देते हुए कहा, समीर वानखेड़े पर इस जानकारी का खुलासा किए बिना महंगी घड़ियों की खरीद-बिक्री में शामिल होने का आरोप है। उन्होंने कथित तौर पर अपनी विदेश यात्राओं के दौरान अपने खर्चे का ब्योरा भी छुपाया है।
सीबीआई ने कहा है कि क्रूज पर पकड़े गए कुछ लोगों को रिहा कर दिया गया, जबकि आर्यन खान को गिरफ्तार कर लिया गया। इसमें यह भी उल्लेख किया गया है कि एनसीबी अधिकारी के रूप में पेश हुए के.पी. गोस्वामी आर्यन खान की गिरफ्तारी के लिए जिम्मेदार थे। उन्हें इस तरह पेश किया गया था कि वे एनसीबी के अधिकारी लग रहे थे। बाद में मामले को रफा-दफा करने के लिए 25 करोड़ रुपये की मांग की गई, लेकिन अंत में सौदा आठ करोड़ रुपये में तय हुआ। शुरुआत में 50 लाख रुपए लिए गए, लेकिन बाद में मामला अटक जाने के कारण कुछ पैसा लौटा दिया गया।
Source: Navjivan