कानपुर। 115 दिन बाद आखिरकार बुधवार को एक साथ शहर के सभी बाजार खुले। सुबह 10 बजे दुकानें खुलते ही बाजारों में ग्राहकों की आमद भी शुरू हो गई थी। 11 बजते.बजते किरानाए कपड़ाए लोहाए इलेक्ट्रिकलए गल्ला सभी बाजारों में ग्राहक नजर आने लगे थे।
मंगलवार शाम को जिलाधिकारी की बैठक में चार दिन सभी बाजारों के खुलने का निर्णय आने के बाद से ही थोक बाजार के कारोबारियों ने शहर और शहर के बाहर के फुटकर दुकानदारों को इसकी जानकारी दे दी थी। इसलिए सुबह से ही बाजारों में चहलपहल भी थी।
लॉकडाउन लागू होते ही बंद हो गए थे सभी बाजार लॉकडाउन लागू होते ही सभी बाजार बंद कर दिए गए थे। मई में बाजार खुलने शुरू हुए तो तीन.तीन के रूप में। अब पहली बार सभी बाजार खुले। जनरलगंजए नौघड़ा का कपड़ा बाजारए कोपरगंज का रेडीमेड बाजारए नयागंज का किरानाए मेवा का कारोबारए हटिया का लोहा व बर्तन बाजार सभी जगह ग्राहक थे।
मनीराम बगिया के बिजली बाजार में भी रौनक थी। हटिया के राखी बाजार में भी खुलने वाली दुकानों की संख्या आज पहले के मुकाबले बढ़ी हुई थीं। हालांकि इन सबके बीच नयागंज में शारीरिक दूरी के नियम फिर टूटते दिखे। वहां दुकानदारए पल्लेदारए ग्राहकों की भीड़ की वजह से खासी भीड़ रही।
नयागंज बाजार वैसे भी 10 दिन की बंदी के बाद दो दिन पहले ही खुला था। हालांकि लगातार बाजार खुलने की घोषणा की वजह से दुकानदारों के चेहरे खिले हुए थे। सराफा बाजार में भीड़ तो बहुत नहीं थी लेकिन कारोबारी खुश थे।
सभी दुकानों के एक साथ खुलने की वजह से बाजार में खाने.पीने की चीजों की दुकानें भी बढ़ गई थीं। थोक बाजार से हटकर पी रोड बाजार में फिर से बीच सड़क तक ठेलेए ठेलिया खड़े कर दुकानें लगा ली गई थीं। गुमटी नंबर पांचए गोविंद नगरए नौबस्ताए किदवई नगरए लाल बंगलाए नवाबगंजए कल्याणपुर सभी जगह बाजार फिर से रौनक थे। अब तक बाजार में कुछ दुकानें खुलती थीं और कुछ नहीं।
खुश नजर आए सभी व्यापारी
कपड़ा कारोबारी अनुराग त्रिवेदी के मुताबिक एक साथ बाजार खुलना अच्छा हैए ग्राहक बाजार आएंगे तो कुछ ना कुछ खरीदारी तो बढ़ती ही है। बहुत दिनों बाद ऐसा माहौल देखने को मिल रहा है। लोहा कारोबारी आयुष द्विवेदी के मुताबिक सबसे अच्छी बात है कि सभी बाजार एक साथ खुल रहे हैं। जिन ग्राहकों को कई चीजें खरीदनी होती हैं उन्हेंं अब बाजार कई बार नहीं आना पड़ेगा। सराफा कारोबारी विशाल मिश्रा के मुताबिक बहुत दिनों बाद बाजार का माहौल दिख रहा है। रेडीमेड गारमेंट विक्रेता राकेश त्रिवेदी के अनुसार आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से जो लोग आने के पहले सोचते थेए उनके लिए अब आना आसान हो गया है।