रामबहोर साहू
साथी, मरहूम आले पंजातन जैदी साहब (जैदी भाई) के पिता प्रो जिल्ले पंजातन जैदी मूल निवासी गाँव परसनी, जिला हमीरपुर, उत्तर प्रदेश के थे उनके पिता बतौर प्रोफ़ेसर अपनी सेवाएँ मध्य प्रदेश के नौगाँव, छतरपुर जिले में दे रहे थे उसी दौरान जैदी भाई का जन्म सन 1938 नौगाँव में हुआ. जैदी भाई एल.एल.बी. तथा (इलेक्ट्रॉनिक) इंजीनियर थे और गरीबों की बेदना को भलीभांति समझते और यथासंभव उनकी सहायता भी करते थे.
मेरी जैदी भाई से मेरी पहली मुलाकात श्री विनोद कुमार पांडे के द्वारा भोपाल के विधायक निवास खंड दो में हुई थी उन दिनों केंद्र और राज्य में जनता पार्टी की सरकार थी. तबके समाजवादी युवा नेता श्री शरद यादव (शरद भाई) जबलपुर से दूसरी बार लोकसभा के लिए चुन कर आये थे साथ समाजवादी नेता श्री रघु ठाकुर (रघुभाई) और आन्नद मिश्र (आनंद भाई) जैसे अनेक भाईयों का एक बड़ा समूह होता था. उन्ही के बीच एक थे भाई जैदी भाई जो शरद भाई का पूरा का पूरा राजनैतिक कामकाज जैदी भाई करते थे. 1978 सत्ताधारी जनता पार्टी की युवा शाखा का राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव हो रहा था उस पद के उम्मीदवार समाजवादी युवा नेता सांसद भाई शरद यादव जी थे और चुने गए. जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी बाखूबी निभाया.
जनता पार्टी विघटन के बाद शरद भाई और जैदी दिल्ली आ गए तत्कालीन प्रधान मंत्री चौधरी चरण सिंह अगुवाई वाली पार्टी लोकदल जिसका कार्यालय विन्सर प्लेस, नयी दिल्ली स्थित था वही पर रहते थे, उस समय शरद भाई को युवा लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे.
मस्त मौला जैदी भाई, निश्चिन्त कभी कोई चिंता नहीं पर कार्य में दक्ष. उनकी सबसे बड़ी खासियत या यूं कहें कि उनका शौक बीड़ी, सिगरेट, सिगार, हुक्का, और काली चाय (थर्मस) भर-भर के यहाँ तक कि ठंड के दिनों रात में नहाना और पंखा चला कर रजाई ओढ़कर सोना आदि उनका शौक़ीन……..था. मध्य रात को बीड़ी चाय के लिए रेलवे स्टेशन अकेले, दो चार साथियों के साथ पैदल चले जाते चाहे भोपाल रहा हो या दिल्ली.
कौन नहीं जनता था जैदी भाई को “पूर्वकालिक जनता परिवार” से जुड़े देश भर के इन “दोनों की जोड़ी” को जैदी भाई और शरद भाई कहकर सम्बोधित किया करते थे. हिन्दी भाषी क्षेत्रों में इनकी संगठनात्मक अच्छी पकड़ थी. हिंदी अंग्रेगी और उर्दू आदि भाषा में अच्छी पकड रहते थे पार्टी का कोई भी परिपत्र जारी करने का उनको अनोखा तरीका था शरद भाई हों या अन्य किसी का. तत्कालीन प्रधान मंत्री विश्वनाथ प्रताप सिंह जनमोर्चा की सरकार में शरद भाई जब केंद्र में मंत्री थे तब जैदी भाई उनके साथ अतिरिक्त निजी सचिव रहें उसके बाद शरद भाई से अलग हो गए. इस तरह से जैदी भाई सबके चहेते चाहे चौधरी चरण सिंह, तत्कालीन उप प्रधानमंत्री और पूर्व मुख्य मंत्री ताऊ – चौधरी देवीलाल पूर्व रक्षा मंत्री जार्ज फर्नाडिस साहब, पूर्व सांसद श्री के.सी. त्यागी जी तो बड़े अदब के साथ आलेपंजातन जैदी कहा करते थे आदि-आदि इस तरह से सब के प्रिय रहें जैदी भाई.
अंतः पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री मोहम्मद असरफ अली फातमी साहब, बिहार ने अंतिम सांसों तक जैदी भाई का साथ दिया, निभाया एक बड़े भाई की तरह से. जैदी भाई शादीशुदा नहीं थे और उनका 23 अक्तूबर, 2015 को छठी पुण्डतिथि है. उनको विनम्र श्रधान्जली है.