छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र से घरेलू उड़ान सेवा को डीजीसीए की मंजूरी मिलने के बाद अनुबंधित कंपनी एयर एलाइंस के द्वारा शुक्रवार को विमान परिचालन का सफल ट्रायल हुआ। इसी के साथ टिकट काउंटर समेत स्टाफ की तैनाती भी की गई है। एलाइंस द्वारा एटीआर 72 विमान के लैंडिंग व टेक ऑफ का ट्रायल यहां किया गया। इस दौरान आसमान पूरी तरह साफ था और बहुत ही स्मूथ लेंडिंग एयर स्ट्रिप पर हुई। सफल ट्रायल के बाद अब 15 मार्च से जगदलपुर एयरपोर्ट से नियमित विमानसेवा शुरू कर दी जाएगी।
दो साल से अटकी पड़ी थी योजना
जगदलपुर से विशाखापतनम, हैदराबाद समेत राजधानी रायपुर तक नियमित उड़ान सेवा की योजना बरसों पूर्व से बनाई जा रही है, लेकिन डीजीसीए के मानकों के अनुरूप एयरपोर्ट में संरचना विकसित नहीं हो पाने और बार-बार आपत्तियों के चलते यह योजना दो साल से अटकी हुई थी।
एयरपोर्ट का उन्नयन
प्रशासन की ओर से एयरपोर्ट का उन्नयन भी करवाया गया है। निर्देश के अनुरूप रनवे की लंबाई बढ़ाई गई है। वहीं चहारदीवारी की ऊंचाई भी बढ़ाई गई है। हाल में जारी बजट में सरकार ने यहां आधुनिक एटीसी निर्माण की मंजूरी दी है।
डीजीसीए की ओर से लाइसेंस के बाद रास्ता प्रशस्त
डीजीसीए की ओर से लाइसेंस जारी होने के बाद अब नियमित उड़ान का रास्ता प्रशस्त हो गया है। एयरपोर्ट सूत्रों के अनुसार, आगामी 15 मार्च से एयर एलाइंस का 70 सीटर विमान यहां से उड़ान भरेगा
फाइनल रिहर्सल
शुक्रवार को कंपनी की तकनीकी टीम ने नियमित उड़ान के लिए फाइनल रिहर्सल भी की। विमान के लैंडिंग व टेक ऑफ का ट्रायल लिया गया। एयरपोर्ट में स्टेशन मैनेजर समेत बुकिंग स्टाफ की तैनाती भी की गई है। वहीं एयरपोर्ट की सुरक्षा के लिए जिला बल व सीएएफ के 100 जवानों व अधिकारियों को राजधानी में विशेष रूप से ट्रेनिंग दी गई है और उन्हें अब यहां एयपोर्ट पर तैनात किया गया है।
2018 में मात्र 21 दिन ही चल पाई थी विमान सेवा
बता दें कि 15 जून 2018 को राज्य के बस्तर मुख्यालय जगदलपुर एयरपोर्ट से एयर ओडिशा के छोटे विमानों का परिचालन शुरू हुआ था, लेकिन विमानन कंपनी नियमित सेवा नहीं दे पाई। इसके साथ ही एयरपोर्ट में तकनीकि कमियों की वजह से यहां से विमानों का परिचालन 21 दिनों बाद बंद कर दिया गया था। इसके बाद नवंबर 2018 में एयर ओडिशा का अनुबंधन डीजीसीए ने रद्द कर दिया था। देश के सबसे संवेदनशील नक्सल प्रभावित बस्तर इलाके से विमान सेवा शुरू किए जाने का लाभ यहां के लोगों को मिलेगा।
source: Jagran.com