पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस राज्यमंत्री ने राज्यसभा को एक सवाल के लिखित जवाब में बताया था कि उज्ज्वला योजना के 4.13 करोड़ लाभार्थियों ने एक बार भी रसोई गैस सिलेंडर को रिफिल नहीं करवाया। वहीं, 7.67 करोड़ लाभाथिर्यों ने एक ही बार सिलेंडर भरवाया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब भी किसी मंच पर बोलते हैं। वह जमकर अपनी सरकार की तारीफ करते हैं। इस दौरान वह अपनी सरकार द्वारा चलाई जा रही कई योजनाओं का नाम लेते हुए उनके कसीदे पढ़ते हैं। लेकिन उनकी सरकार द्वारा चलाई गई ज्यादातर योजनाओं का क्या हाल है, उसके बारे में वह जिक्र नहीं करते हैं। गोवा में G20 ऊर्जा मंत्रियों की बैठक को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारत में हमने पिछले 9 वर्षों में 190 मिलियन से अधिक यानी 19 करोड़ से ज्यादा परिवारों को एलपीजी से जोड़ा है। हमने हर गांव को बिजली से जोड़ने का ऐतिहासिक मील का पत्थर भी हासिल किया है। हम लोगों को पाइप से रसोई गैस उपलब्ध कराने के लिए भी काम कर रहे हैं। हमारा प्रयास सभी के लिए समावेशी, लचीला, न्यायसंगत और टिकाऊ ऊर्जा के लिए काम करना है। छोटे कदम बड़े परिणाम देते हैं।
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि पिछले 9 वर्षों में 19 करोड़ से अधिक परिवारों को एलपीजी से जोड़ा गया। दरअसल केंद्र सरकार ने उज्जवला योजना के तहत देश के गरीब तबके के लोगों को एलपीजी सिलेंडर बाटें। लेकिन, इस योजना की हकीकत क्या है। इस बारे पीएम मोदी ने नहीं बताया। जबकि खुद उनकी सरकार द्वारा इस योजना को लेकर संसद में दी गई जानकारी से इस बात का खुलासा हुआ था कि उज्जवला योजना बुरी तरफ फ्लॉप साबित हुई है।
#WATCH | In India, we have connected more than 190 million families with LPG in the last 9 years. We have also achieved the historic milestone of connecting every village with electricity. Our effort is to work for inclusive, resilient, equitable and sustainable energy for all.… pic.twitter.com/Sa9YbwL9Mj
— ANI (@ANI) July 22, 2023
अगस्त 2022 में यानी पिछले साल केंद्र सरकार की ओर से संसद में पेश किए गए एक आंकड़े से पता चला था कि बड़ी संख्या में उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों ने एक बार भी रसोई गैस सिलेंडर रिफिल नहीं करवाया। केंद्र सरकार ने संसद में उज्ज्वला योजना के तहत दिए गए गैस कनेक्शन की रिफिलिंग के आंकड़े बताए थे। पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस राज्यमंत्री ने राज्यसभा को एक सवाल के लिखित जवाब में बताया था कि उज्ज्वला योजना के 4.13 करोड़ लाभार्थियों ने एक बार भी रसोई गैस सिलेंडर को रिफिल नहीं करवाया। वहीं, 7.67 करोड़ लाभाथिर्यों ने एक ही बार सिलेंडर भरवाया। विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने उज्ज्वला योजना के लभार्थियों से जुड़ी जानकारी मांगी थी।
संसद में सरकार द्वारा पेश की गई जानकारी के मुताबिक, 2017-18 के बीच 46 लाख उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों ने एक भी सिलेंडर रिफिल नहीं कराया। वहीं, एक बार रिफिल कराने वालों का आंकड़ा 1.19 करोड़ रहा। राज्यमंत्री के मुताबिक, 2018-19 के दौरान 1.24 करोड़, 2019-20 के दौरान 1.41 करोड़, 2020-21 के दौरान 10 लाख और 2021-22 के दौरान 92 लाख लाभार्थियों ने एक बार भी सिलेंडर नहीं भरवाया। साथ ही उन्होंने एक बार सिलेंडर रिफिल कराने वालों को भी आंकड़े दिए।
पीएम मोदी द्वारा G20 ऊर्जा मंत्रियों की बैठक में 190 मिलियन से अधिक परिवारों को एलपीजी से जोड़े जाने को लेकर दिए गए बयान की यह हकीकत है। सवाल यह है कि क्या पीएम मोदी यह आंकड़े भी जनता को बताएंगे? सवाल यह भी है कि इस तरह के आंकड़े आने के बाद केंद्र की मोदी सरकार ने उन गरीबों के लिए क्या किया जो फ्री का सिलेंडर लेने के बाद गैस नहीं भरवा पा रहे हैं?
Source: Navjivan