राहुल गांधी की टिप्पणी पीएम मोदी द्वारा रविवार को ‘पूजा’ और ‘हवन’ के बाद नए संसद भवन का उद्घाटन करने के बाद आई है। पीएम मोदी ने नए भवन में लोकसभा अध्यक्ष की कुर्सी के पास ऐतिहासिक ‘सेंगोल’ भी स्थापित किया।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने रविवार को संसद को लोगों की आवाज बताते हुए नए संसद भवन के उद्घाटन को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना की और कहा कि प्रधानमंत्री उद्घाटन को राज्याभिषेक समझ रहे हैं। कांग्रेस नेता ने ट्वीट कर कहा, संसद लोगों की आवाज है! प्रधानमंत्री संसद भवन के उद्घाटन को राज्याभिषेक समझ रहे हैं।
राहुल गांधी की टिप्पणी पीएम मोदी द्वारा रविवार को ‘पूजा’ और ‘हवन’ के बाद नए संसद भवन का उद्घाटन करने के बाद आई है। पीएम मोदी ने नए भवन में लोकसभा अध्यक्ष की कुर्सी के पास ऐतिहासिक ‘सेंगोल’ भी स्थापित किया।
बीस विपक्षी दलों ने बीजेपी पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को आमंत्रित नहीं करने का आरोप लगाते हुए और इसे देश के पहले आदिवासी राष्ट्रपति का अपमान बताते हुए नए संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार किया।
नए संसद भवन के उद्घाटन पर एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि मैंने सुबह का आयोजन देखा। मुझे खुशी है कि मैं वहां नहीं गया। वहां जो कुछ हुआ उसे देखकर मैं चिंतित हूं। क्या हम देश को पीछे ले जा रहे हैं? क्या यह आयोजन सीमित लोगों के लिए ही था?
समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति के द्वारा होना चाहिए था क्योंकि राष्ट्रपति संविधान प्रमुख हैं। भाजपा ने ऐसा न करके न सिर्फ राष्ट्रपति का अपमान किया है बल्कि संविधान का भी अपमान किया है। भाजपा ने साबित कर दिया कि वे दलित विरोधी और पिछड़ा विरोधी मानसिकता की है।
Source: Navjivan