17 मई को भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान (ईडीआईआई), अहमदाबाद द्वारा “ फ्यूचर ऑफ़ वर्क: इंडस्ट्री 4.0, इनोवेशन और 21st सेंचुरी स्किल्स” विषय पर एक कार्यक्रम को राजधानी के गोमतीनगर स्थित इंडियन इंडस्ट्री एसोसिएशन पर आयोजित किया गया | यह कार्यक्रम “युवा कार्यक्रम एव खेल मंत्रालय” के अंतर्गत यूथ 20 (Y-20) कार्यक्रम का एक हिस्सा है | यूथ 20 (Y-20) सभी G-20 सदस्य देशों के युवाओं के लिए एक दूसरे के साथ संवाद करने में सक्षम होने के लिए एक आधिकारिक परामर्श मंच है। Y-20 युवाओं को भविष्य के नेताओं के रूप में वैश्विक मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाने, विचारों का आदान-प्रदान करने, चर्चा करने, बातचीत करने और आम सहमति तक पहुंचने के लिए प्रोत्साहित करता है। विचार-मंथन सत्र का उद्देश्य उन अवसरों और चुनौतियों की पहचान करना है जो प्रौद्योगिकी भारत में भविष्य के कार्य हेतु प्रस्तुत कर रही है और भविष्य के लिए तैयार कार्यबल के निर्माण के लिए आवश्यक प्रयास हैं।
युवाओ पर केन्द्रित इस कार्यक्रम में मुख्य अथिथि शलभ मणि त्रिपाठी, सिडबी के जनरल मैनेजर श्री मनीष सिन्हा, नाबार्ड के मुख्य महा प्रबंधक एस के डोरा, केवीआईसी के राज्य निदेशक डॉ नितेश धवन, आईआईऐ के जनरल सेक्रेटरी दिनेश गोयल ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया |
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विधान सभा सदस्य शलभ मणि त्रिपाठी रहे उन्होंने कहा की यह कार्यक्रम बदलते भारत की तस्वीर है जहाँ आज युवा देश सतत प्रयास में भागीदार बन रहे हैं. अपने उद्बोधन में उन्होंने युवाओं को ज्यादा से ज्यादा भागीदारी करने का आह्वान किया कि जी-20 के अध्यक्षता के नाते भारत को एक बड़ी जिम्मेदारी मिली है जिसे युवाओं के सहयोग से ही अधिक से अधिक सफल बनाना है. उन्होंने एक महिला की कहानी बताई कैसे वह नौकरी की तलाश में उनसे मिली परन्तु उद्यमी बनने की प्रेणना के बाद आज खुद का सफल व्यवसाय संचालित कर रही है जिसमे 20 से अधिक महिलाओं को रोजगार भी दी है. उन्होंने भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान को इस तरह के कार्यक्रम कराने हेतु सराहना की|
यह कार्यक्रम युवाओ के साथ इंडस्ट्री 4.0, नवाचार और भविष्य के अनुरूप कौशल पर चर्चा एवं संवाद को एक मंच प्रदान करने दिशा में सार्थक सिद्ध हो रहा है |
नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक एस के डोरा जी ने युवा उद्यमिता विकास के नाबार्ड के विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी दी. सिडबी के महाप्रबंधक मनीष सिन्हा ने 21वीं सदी के लिए टेक्नोलॉजी और कौशल विकास के बारे में विस्तार से जानकारी दी. उन्होंने युवा उद्यमियों के लिए फंडिंग के लिए सिडबी की सहायक योजनाओं के बारे में भी बताया। डॉ नितेश धवन ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से युवा नेतृत्व और ग्रामीण उद्यमों में नवाचार पर प्रकाश डाला। उन्होंने केवीआईसी के रोजगारपरक योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी भी दी. दिनेश गोयल, जनरल सेक्रेटरी, इंडियन इंडस्ट्री एसोसिएशन ने भी अपना व्यक्तव्य रखा.
यह कार्यक्रम ईडीआईआई, अहमदाबाद द्वारा आयोजित किया गया, यह संस्थान 1983 में आईडीबीआई बैंक लिमिटेड और अन्य वित्तीय संस्थानों द्वारा स्थापित एक अखिल भारतीय संस्थान हैं जो उद्यमिता विकास, प्रशिक्षण, शिक्षा और अनुसंधान एवं उद्यमिता को बढ़ावा देने के क्षेत्र में एक नेशनल रिसोर्स आर्गेनाइजेशन है। यह अहमदाबाद स्थित अपने प्रधान कार्यालय तथा देश भर में सात क्षेत्रीय कार्यालयों, 33 शाखा/परियोजना कार्यालयों द्वारा संचालित हो रहा है और संस्थान द्वारा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कंबोडिया, लाओस, म्यांमार, वियतनाम, उज्बेकिस्तान और रवांडा में उद्यमिता विकास केंद्र स्थापित किए हैं।
कार्यक्रम का दूसरा भाग पैनल डिस्कशन आधारित रहा जिसके दूसरे भाग में बाबा साहब भीम राव आंबेडकर विवि से डॉ दीपा द्विवेदी, इनोवेशन हब, डॉ ऐपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विवि, लखनऊ के महीप सिंह, कुवंर टेक्नोपेट के फाउंडर कुंवर शशांक, रोबोज डोटिन टेक इनोवेशन के फाउंडर मिलन्द राज, आरआईएस के कंसल्टेंट अली सैयद ने विषय पर चर्चा एवम प्रतिभागियों के प्रश्न पर चर्चा किया
कार्यक्रम में रिसर्च इनफार्मेशन सिस्टम फॉर डेवलपिंग कंट्री से अली सैयद ने कार्यक्रम की रुपरेखा प्रस्तुत की.
यह संस्था युवा कार्यक्रम एवम खेल मंत्रालय के थिंक टैंक के रूप में कार्य करती है
कार्यक्रम का सञ्चालन मुकुल वेदी ने किया। कार्यक्रम में पी एन श्रीवास्तव, अभिषेक नंदन, बीना जेनसन के साथ विभिन उद्यमी, इंडस्ट्री एसोसिएशन, स्टार्ट-उप, यंग एचीवर सहित लगभग 70 प्रतिभागी उपस्थित रहे|