पूर्व भारतीय क्रिकेटर पार्थिव पटेल का मानना है कि यदि गुजरात टाइटंस के कप्तान हार्दिक पांड्या ने कुछ जोखिम उठाये होते तो मैच घरेलू टीम के पक्ष में जा सकता था।
दिल्ली कैपिटल्स ने अपना धैर्य बनाये रखा और गुजरात टाइटंस के खिलाफ आईपीएल मुकाबला मंगलवार रात पांच रन से जीत लिया। पूर्व भारतीय क्रिकेटर पार्थिव पटेल का मानना है कि यदि कप्तान हार्दिक पांड्या ने कुछ जोखिम उठाये होते तो मैच घरेलू टीम के पक्ष में जा सकता था।
दिल्ली ने संघर्ष करते हुए 130-8 का चुनौतीपूर्ण स्कोर बनाया लेकिन गुजरात को भी संघर्ष करना पड़ा। हार्दिक ने 53 गेंदों में सात चौकों की मदद से नाबाद 59 रन बनाये। राहुल तेवतिया ने 19वें ओवर में एनरिक नोत्र्जे की गेंदों पर लगातार तीन छक्के मारकर मैच में रोमांच ला दिया। लेकिन अनुभवी इशांत शर्मा ने 20वें ओवर में बेहतरीन गेंदबाजी कर गुजरात को जीतने का मौका नहीं दिया।
जियोसिनेमा के आईपीएल विशेषज्ञ पार्थिव पटेल ने हार्दिक पांड्या की आलोचना करते हुए कहा कि उन्होंने आक्रामक बल्लेबाजी नहीं की। पार्थिव ने कहा , “मैच आखिर तक गया क्योंकि हार्दिक ने कोई जोखिम नहीं लिया । 130 के स्कोर का पीछा करते हुए वे एक-दो ओवर पहले मैच को समाप्त कर सकते थे लेकिन जब आप 53 गेंदों में नाबाद 59 रन बनाएं तो आपकी टीम से जीतने की उम्मीद की जाती है।”
पार्थिव ने कहा, “हार्दिक ने लगभग आधे रन बनाये और जो भी बॉउंड्री लगाई, वह सब बैकफुट पर लगाई। वह चीजों को होने देने का इन्तजार कर रहे थे। कहावत है कि हमें चीजों को घटित करने की जरूरत है लेकिन वह ऐसा नहीं कर रहे थे।”
इशांत शर्मा ने सनसनीखेज आखिरी ओवर डाला और इस ओवर में तेवतिया का महत्वपूर्ण विकेट लिया। गुजरात को इस ओवर में 12 रन की जरूरत थी लेकिन इशांत ने मात्र छह रन दिए।
पूर्व भारतीय स्पिनर अनिल कुंबले ने इशांत की टीम को जीत दिलाने के लिए सराहना की। कुंबले ने कहा, “सबसे ज्यादा प्रभावशाली बात यह थी कि उन्हें 12 रनों का बचाव करना था। उन्होंने वाइड यॉर्कर डाली और उनकी अगली गेंद धीमी थी। इशांत ने धीमी गेंद को आखिर में नकल बॉल में बदल डाला। उन्होंने विजय शंकर को आउट किया और फिर आखिरी ओवर में तेवतिया का विकेट भी ले लिया।”
इस बीच पूर्व भारतीय लेफ्ट आर्म स्पिनर प्रज्ञान ओझा ने दिल्ली के आक्रमण की सराहना करते हुए इस जीत को दिल्ली के लिए महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा, “मैंने मैच से पहले कहा था कि यह दिल्ली के लिए बड़ा मैच है और यदि वे शीर्ष टीम को उसी के मैदान में हरा देते हैं तो न केवल उनका आत्मविश्वास मजबूत होगा बल्कि अन्य टीमों को भी यह सन्देश जाएगा कि वे यहां खेलने आये हैं।”
Source: NH