सोनिया गांधी ने कहा कि आज स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व और न्याय की नींव को कमजोर किया जा रहा है। असली ‘देशद्रोही’ वे हैं जो धर्म, भाषा, जाति और लिंग के आधार पर भारतीयों को एक-दूसरे के खिलाफ विभाजित करने के लिए अपनी शक्ति का दुरुपयोग कर रहे हैं।
देश के संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबडेकर की आज 133वीं जयंती है। इस मौके पर पूरा देश आज बाबा साहेब को याद कर रहा है। बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर को याद करते हुए यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी ने फिर से मोदी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि आज मोदी सरकार एक अभियान के तहत संवैधानिक संस्थाओं को नष्ट करने और गलत तरीके से इस्तेमाल कर रही है। साथ ही न्यायपालिका के ऊपर भी दबाव बना रही है।
14 अप्रैल को डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती पर टेलीग्राफ में लिखे एक लेख में सोनिया गांधी ने कहा, “आज बाबासाहेब की विरासत का सम्मान करते हुए, हमें उनकी दूरदर्शी चेतावनी को याद रखना चाहिए कि संविधान की सफलता उन लोगों के आचरण पर निर्भर करती है जिन्हें शासन करने का कर्तव्य सौंपा गया है। आज स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व और न्याय की नींव को कमजोर किया जा रहा है।”
उन्होंने मोदी सरकार को घेरते हुए कहा कि देश में लोगों के अधिकारों की रक्षा नहीं हो रही है। इतना ही लोगों को परेशना किया जा रहा है। लोगों पर कानून का दुरुपयोग किया जा रहा है, जिससे स्वतंत्रता को खतरा पैदा हो गया है। हर क्षेत्र में चुने हुए दोस्तों के साथ पक्षपातपूर्ण व्यवहार से समानता पर हमला किया जाता है।
उन्होंने कहा, इतिहास के इस मोड़ पर, व्यवस्थित हमले से संविधान की रक्षा के लिए हमें काम करना चाहिए। सभी भारतीयों को इसमें अपनी भूमिका निभानी चाहिए। चाहे वे किसी राजनीतिक दल, संगठन या नागरिक समूह के हों। डॉ अंबेडकर का जीवन और संघर्ष हमें इस मामले में महत्वपूर्ण सबक दिखाता था।
उन्होंने कहा कि आज, असली ‘देशद्रोही’ वे हैं जो धर्म, भाषा, जाति और लिंग के आधार पर भारतीयों को एक-दूसरे के खिलाफ विभाजित करने के लिए अपनी शक्ति का दुरुपयोग कर रहे हैं। शुक्र है, शासन के प्रयासों के बावजूद लोग एकजुट हैं।
इससे पहले बीते दिनों सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी पर हमला बोला था। उन्होंने लोकतांत्रिक संस्थाओं को खत्म करने और संसद नहीं चलने देने का आरोप लगाया था। सोनिया गांधी ने कहा था कि लोकतंत्र और लोकतांत्रिक उत्तरदायित्व के लिए सरकार का गहरा तिरस्कार परेशान करने वाला है।
द हिंदू में लिखे लेख में सोनिया गांधी ने कहा था, भारत के लोग जान गए हैं कि प्रधानमंत्री के काम, उनके बारे में बयानों से ज्यादा अच्छे से बताते हैं। विपक्ष पर गुस्सा निकालना हो या फिर आज की खराबी के लिए पिछले नेताओं को दोष देना हो, प्रधानमंत्री के बयान सिवाय दबाव वाले मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए उनकी जुबानी कसरत के कुछ नहीं है। दूसरे और उनके काम, सरकार के असर इरादों के बारे में सब कुछ बता देते हैं।
सोनिया गांधी ने कहा था, सीबीआई का दुरुपयोग किया जा रहा है और सीबीआई 95 प्रतिशत मामले केवल विपक्ष के खिलाफ दर्ज कर रही है। सोनिया गांधी ने यह भी आरोप लगाया था कि मीडिया की स्वतंत्रता पर अंकुश लगाया जा रहा। पीएम ने बीजेपी और आरएसएस की नफरत और हिंसा के बढ़ते ज्वार को नजरअंदाज किया।
Source: NH