मालदीव की यात्रा के बाद विदेश मंत्री डॉ० एस० जयशंकर द्विपक्षीय यात्रा और बिम्सटेक बैठक के लिए तीन दिवसीय दौरे पर देर रात कोलंबो पहुंच गए हैं। इस दौरान उन्होंने सोमवार को श्रीलंका के वित्त मंत्री बासिल राजपक्षे से मुलाकात कर अपनी यात्रा की शुरुआत की। इस बारे में जयशंकर ने ट्वीट कर जानकारी दी है।
कोलंबो शहर में स्थित लंका आईओसी का विदेश मंत्री ने किया दौरा।
अपने ट्वीट में विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा वित्त मंत्री बासिल राजपक्षे से मुलाकात कर यात्रा की शुरुआत की। आर्थिक स्थिति और भारत के सहयोग पर चर्चा की। नेबरहुड फर्स्ट हमारे लिए प्राथमिकता है।’श्रीलंका को मौजूदा आर्थिक संकट से उबारने के लिए भारत की ओर से आर्थिक राहत पैकेज देने के बाद विदेश मंत्री जयशंकर की यह पहली श्रीलंका यात्रा है।
एक अन्य ट्वीट में विदेश मंत्री ने कहा कोलंबो शहर में स्थित लंका आईओसी का दौरा किया। एमडी मनोज गुप्ता ने मुझे ईंधन आपूर्ति की स्थिति से अवगत कराया। भारत द्वारा दी गई 500 मिलियन अमेरिकी डॉलर की एलओसी श्रीलंकाई लोगों के दैनिक जीवन में मदद कर रहा है।
30 मार्च को प्रधानमंत्री मोदी बिम्सटेक में लेंगे हिस्सा।
बिम्सटेक में भारत और श्रीलंका के अलावा बांग्लादेश, म्यांमार, थाईलैंड, नेपाल और भूटान शामिल हैं। शिखर सम्मेलन की मेजबानी श्रीलंका द्वारा बिम्सटेक (बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग के लिए बंगाल की खाड़ी पहल) के अध्यक्ष के रूप में की जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 मार्च को बिम्सटेक समूह के शिखर सम्मेलन में डिजिटल माध्यम से भाग लेंगे, जिसमें सदस्य देशों के बीच आर्थिक जुड़ाव बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करने की उम्मीद है।
मालदीव के राष्ट्रपति से विदेश मंत्री ने की मुलाकात।
श्रीलंका की यात्रा से पहले विदेश मंत्री डॉ० एस० जयशंकर दो दिवसीय यात्रा पर मालदीव थे। जहां उन्होंने राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह से अड्डू शहर में रविवार को मुलाकात की। इस दौरान दोनों देशों के बीच विशेष साझेदारी पर चर्चा हुई। विदेश मंत्री ने कहा मालदीव की ‘इंडिया फर्स्ट’ की नीति और भारत की ‘पड़ोसी पहले’ की नीति केवल वाक्यांश नहीं हैं, बल्कि भारत-मालदीव संबंधों का आधार है।
(रिपोर्ट: शाश्वत तिवारी)