अखिलेश यादव ने कहा कि सपा ने युवाओं को लैपटॉप दिए और बीजेपी ने उन पर लाठीचार्ज किया। सपा ने गरीबों को लोहिया आवास दिया और बीजेपी ने लखीमपुर खीरी में किसानों को खदेड़कर मरवाया। हम विकास में विश्वास रखते हैं जबकि बीजेपी नाम बदलने में विश्वास रखती है।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बलरामपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली पर तंज कसते हुए कहा कि यूपी में भाजपा जनता की रैली नहीं कर पा रही है। सरकारी मशीनरी का इस्तेमाल कर भीड़ इकट्ठा की जा रही है। अखिलेश यादव शनिवार को सपा कार्यालय में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा यूपी में जनता की नहीं बल्कि सरकारी रैलियां कर रही है। जिलाधिकारी को भीड़ लाने के लिए पैसे मांगने पड़ रहे हैं। सरकारी मशीनरी का इस्तेमाल कर भीड़ इकट्ठा की जा रही है। लोग परेशान हैं वो प्रदेश में योगी नहीं योग्य सरकार चाहते हैं।
अखिलेश ने कहा कि समाजवादी पार्टी की रैलियों में भीड़ अपने आप आ रही है। जबकि भाजपा की रैलियों में भीड़ को सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग करके जुटाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने वादा किया था कि 2022 तक किसानों की आय दोगुनी हो जाएगी, कहां हैं वो किसान जिनकी आय दोगुनी हुई? वो परियोजना से ज्यादा खर्च विज्ञापन पर करते हैं। वो कहते हैं कि युवाओं को नौकरियां मिल रही हैं, जबकि युवा बेरोजगार हैं। उनके वादे झूठे हैं। कहां हैं वो युवा जिनको नौकरियां मिल गई हैं।
फर्क साफ है। pic.twitter.com/LXBtAWqU8j
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) December 11, 2021
प्रधानमंत्री मोदी के हाथ शनिवार को सरयू परियोजना का लोकार्पण करने के सवाल पर उन्होंने कहा, “समाजवादी पार्टी ने अपने शासनकाल में इस परियोजना को पूरा करने के लिए काफी काम किया। भाजपा तो सिर्फ फीता काटना जानती है। किसान की आय दोगुनी नहीं हुई और वह आज खाद के लिए लंबी-लंबी लाइनों में लग रहे हैं। अभी उन्होंने गरीबों को मार्च तक मुफ्त राशन देने की घोषणा की है, लेकिन अगर समाजवादी सरकार आई तो हम गरीबों को समाजवादी फूड पैकेट देने की योजना लागू करेंगे। प्रदेश वासियों ने मन बना लिया है कि उन्हें अब योगी सरकार नहीं योग्य सरकार चाहिए।”
अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर योगी आदित्यनाथ सरकार ने दिल्ली में बड़े-बड़े बैनर, विज्ञापन, होर्डिंग्स लगाए हैं। इनमें दर्शाया गया है कि प्रदेश में बड़े पैमाने पर रोजगार और नौकरी दी गई। उत्तर प्रदेश के कितने नौजवानों को नौकरी और रोजगार मिले, यह सबसे बड़ा सवाल है। भाजपा सरकार कम से कम यह तो बताए कि जो शिलान्यास किए गए थे, उनमें से साढ़े चार वर्ष में कितने पूरे हो पाए हैं। उन्होंने कहा कि सपा ने युवाओं को लैपटॉप दिए और भाजपा ने उन पर लाठीचार्ज किया। सपा ने गरीबों को लोहिया आवास दिया और भाजपा ने तो लखीमपुर खीरी में किसानों को खदेड़कर मार डाला। समाजवादी पार्टी विकास में विश्वास रखती है जबकि नाम बदलने में विश्वास रखती है।