रिपोर्ट: शाश्वत तिवारी
०6 दिसंबर 2021 को भारत और बांग्लादेश की दोस्ती के पचास वर्ष पूरे हो रहे हैं। इस अवसर पर दोनों देशों ने राजनयिक रिश्तों की पचासवीं वर्षगांठ को जोरशोर से मनाने का फैसला किया है। इसके तहत दुनिया के 18 देशों में दोनों देशों की दोस्ती का जश्न मनाया जाएगा। यह पहला मौका होगा जब भारत के किसी देश के साथ राजनयिक संबंधों के गवाह दुनिया के इतने देश बनेंगे।
यह पहला मौका होगा जब भारत के किसी देश के साथ राजनयिक संबंधों के गवाह दुनिया के इतने देश बनेंगे।
भारतीय विदेश मंत्रालय के अनुसार इस बार 6 दिसंबर को भारत-बांग्लादेश कूटनीतिक रिश्तों के 50वें वर्ष के कार्यक्रम को व्यापक तौर पर मनाया जाएगा। इस कड़ी में दोनों देश संबंधित मिशनों के माध्यम से भारत, बांग्लादेश के अलावा 18 देशों में भी समारोह आयोजन करेंगे। इसमें उन मुल्कों को तरजीह दी गई है जहां भारत और बांग्लादेश मूल के लोगों की संख्या अधिक है। इनमें 8 देशों में समारोह का नेतृत्व भारत करेगा। वहीं 10 देशों में कार्यक्रम का नेतृत्व बांग्लादेश करेगा।
O8 देशों में भारत तो 10 देशों में बांग्लादेश करेगा समारोह नेतृत्व।
भारतीय दूतावास जिन देशों में भारत-बांग्लादेश मैत्री समारोह का आयोजन करेंगे उनमें बेल्जियम, कनाडा, मिस्र, इंडोनेशिया, रूस, कतर, सिंगापुर और यूनाइटेड किंगडम शामिल हैं। वहीं ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस, जापान, मलेशिया, सऊदी अरब, साउथ अफ्रीका, स्विटजरलैंड, थाईलैंड और संयुक्त अरब अमीरात में बांग्लादेश के मिशन कार्यक्रम का नेतृत्व करेंगे।
बता दें कि बांग्लाेदेश ने नौ महीने के खूनी संघर्ष के बाद 1971 में पाकिस्तान से आजादी पाई थी और इसमें भारत ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। एक नए और स्व7तंत्र देश के रूप में भारत ने इसे तभी मान्यता दे दी थी। इसके बाद से दोनों देशों के संबंध बहुत मैत्रीपूर्ण हैं। कोविड संकट के दौरान भी भारत ने बांग्लादेश की बढ़चढ़कर मदद की थी। 29 सितंबर 2021 को हुई संयुक्त आयोग की बैठक के दौरान दोनों देशों ने बांग्लादेश मुक्ति संग्राम की स्वर्ण जयंती और राजनयिक रिश्तों की पचासवीं सालगिरह को जोरशोर से मनाने का फैसला किया था।