रीवा 19 नवम्बर/ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा केन्द्र सरकार की ओर से तीनो कृषि कानूनो की वापसी के ऐलान पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राज्यसभा सांसद म0प्र0 कांग्रेस कमेटी पिछड़ा वर्ग विभाग के प्रदेशाध्यक्ष राजमणि पटेल ने कहा है कि सरकार द्वारा तीनो काले कृषि कानूनो को वापस लेना देश के अन्न दाता किसानो की सबसे बड़ी जीत है श्री पटेल ने आन्दोलनरत किसानो के संघर्ष एवं साहस के लिये बधाई देते हुये कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विलम्ब से ही सही सच को स्वीकार किया है, इसके लिये वे साधूवाद के पात्र है। श्री पटेल ने कहा मोदी सरकार को यह आभास हो गया था कि उत्तरप्रदेश व पंजाब जैसे राज्य जहां किसानो का बाहुल्य है और 2022 में वहां चुनाव होने है वहां भाजपा का सफाया हो जायेगा, जिसकी बानगी हाल ही में हुये उप चुनाव में परिलक्षित हुई थी। इसी भय के कारण मोदी सरकार को बैकफुट पर आना पड़ा श्री पटेल ने कहा कि निर्णय लेने में लम्बे अन्तराल के कारण 700 से अधिक किसानो की जाने गई, उन्हे आतंकवादी पाकिस्तानी समर्थक एवं आन्दोलनजीवी जैसे जुमलो से अपमानित किया गया। उसका जिम्मेदार कौन होगा। श्री पटेल ने कहा कि पिछले आठ महीने से सरकार जिन कानूनो को किसान हितैसी बता रही थी उन्हे वापस क्यो लिया गया, मतलब साफ है कि सरकार जिस झूठ की दीवार को मजबूत मान कर अड़ी हुई थी वह दीवार सच का सामना नही कर सकी तथा भरभरा कर गिर गई। श्री पटेल ने कहा कि देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था के साथ मनमानी करने वालो को इसी तरह मुंह की खानी पड़ती है, श्री पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को इसके लिये देश से माफी मांगनी चाहिये तथा शहीद हुये किसानो को पर्याप्त मुआवजे के साथ नुकसान की क्षतिपूर्ति करनी चाहिये।