पटना में आरजेडी कार्यालय में 11 फीट ऊची संगमरमर से बनी लालटेन को जलाकर उसका लोकर्पण करने के बाद लालू प्रसाद ने कहा कि लालटेन रोशनी का प्रतीक है। यह गरीब-गुरबों को राह दिखाने का काम करता है। लालटेन को हेरिकेन लैंप कहा जाता है, जो तूफान में भी नहीं बुझता है।
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव बुधवार को लंबे अरसे के बाद पटना स्थित पार्टी के प्रदेश कार्यालय पहुंचे, जहां 11 फीट की संगमरमर से बनी लालटेन को जलाकर इसका लोकर्पण किया। लोकार्पण कार्यक्रम के बाद लालू प्रसाद ने आरजेडी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए अपने पुराने अंदाज में दिखे और कहा कि आरजेडी सबसे बड़ी ताकत है और सरकार तो बननी ही है।
लालू प्रसाद ने कहा कि लालटेन रोशनी का प्रतीक है। यह गरीब गुरबों को राह दिखाने का काम करता है। लालटेन को हेरिकेन लैंप कहा जाता है, जो तूफान में भी नहीं बुझता है। लालू यादव ने किसान आंदोलन की चर्चा करते हुए कहा कि सरकार द्वारा कृषि कानून को वापस लेना किसानों की जीत है। उन्होंने कहा कि अन्याय के खिलाफ हमारा संघर्ष जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार का प्रपंच हम तोड़ेंगे।
आदरणीय राजद राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री @laluprasadrjd जी ने आज राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश कार्यालय में 6 टन के लालटेन का अनावरण किया! pic.twitter.com/csbjhBDj1s
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) November 24, 2021
उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से एकजुट होकर रहने की नसीहत देते हुए कहा कि हम जब मुख्यमंत्री बने थे, तब उसे गरीबों का राज कहा जाता था। उन्होंने तेजस्वी यादव की भी खूब तारीफ की है। उन्होंने कहा कि आरजेडी के लिए तेजस्वी और सभी कार्यकर्ता खूब मेहनत करते हैं।
लालू प्रसाद ने बिहार की नीतीश सरकार के विकास के दावे पर तंज कसते हुए कहा कि अभी भी राज्य के कई इलाकों में जलजमाव है। उन्होंने केन्द्र सरकार पर भी निशाना साधा और कहा कि जब हम रेल मंत्री बने तो घाटे के सौदे वाले रेलवे को भी फायदे में लाया था। उन्होंने कहा कि बिहार में कारखाने लगवाए थे। बहुत सारे काम किए। रेल का किराया कम किया।
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री ने बिहार से दूर रहने की पीड़ा भी बयां की। उन्होंने कहा कि दिल्ली में मेरा मन नहीं लगता। इस क्रम में सुबह-सुबह जीप की सवारी की चर्चा भी की। कार्यक्रम में लालू ने शिकायत कर दी कि आरजेडी में महिलाओं को तरजीह नहीं दी जा रही। आगे से जहां भी सभा हो महिलाओं को कुर्सी पर बिठाइए। उन्होंने बताया कि आरजेडी कार्यालय में पुस्तकालय भी बनाया जाएगा।