रिपोर्ट: शाश्वत तिवारी
संयुक्त राष्ट्र के सांस्कृतिक और शिक्षा संगठन के कार्यकारी बोर्ड के लिए बुधवार को हुए चुनाव में भारत को 2021-25 के कार्यकाल के लिए 164 मतों के साथ फिर से निर्वाचित कर लिया गया। भारत को एशिया और प्रशांत महासागर के देशों के समूह चार के लिए फिर से चुना गया है, जिसमें जापान, फिलीपींस, वियतनाम, कुक आइलैंड्स और चीन भी शामिल हैं।
164 मतों के साथ 2021-25 के कार्यकाल के लिए भारत को चुना गया।
इस बारे में यूनेस्को (संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन) के पेरिस स्थित भारत के स्थायी प्रतिनिधिमंडल ने ट्वीट कर कहा भारत को यूनेस्को के कार्यकारी बोर्ड में 2021-25 की अवधि के लिए 164 मतों के साथ फिर से चुना गया।
भारत एशिया और प्रशांत महासागर के देशों के समूह चार के लिए हुआ निर्वाचित।
संयुक्त राष्ट्र के सांस्कृतिक और शैक्षिक संगठन का कार्यकारी बोर्ड संयुक्त राष्ट्र एजेंसी के तीन संवैधानिक अंगों में से एक है। अन्य दो सामान्य सम्मेलन और सचिवालय हैं। सामान्य सम्मेलन कार्यकारी बोर्ड के सदस्यों का चुनाव करता है।
चार साल का होगा कार्यकाल:
भारत के कार्यकारी बोर्ड के लिए फिर से चुने जाने के बाद, केंद्रीय राज्य मंत्री (संस्कृति) मीनाक्षी लेखी ने उन सभी सदस्य देशों को धन्यवाद दिया जिन्होंने नई दिल्ली की उम्मीदवारी का समर्थन किया।
केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने ट्वीट कर कहा यह बताते हुए खुशी हो रही है कि भारत ने यूनेस्को (संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन) के कार्यकारी बोर्ड में जगह बनाई है। हमारी उम्मीदवारी का समर्थन करने वाले सभी सदस्य देशों को हार्दिक बधाई और धन्यवाद।
बोर्ड में होते हैं 58 सदस्य:
इस कार्यकारी बोर्ड में 58 सदस्य देश होते हैं, जिनमें से प्रत्येक का कार्यकाल चार साल का होता है। यूनेस्को की वेबसाइट के अनुसार, यह संगठन के लिए काम के कार्यक्रम की जांच करता है और महानिदेशक द्वारा प्रस्तुत बजट के अनुमानों की जांच करता है। बोर्ड सामान्य सम्मेलन द्वारा उसे सौंपी गई शक्ति का प्रतिनिधित्व करता है और उन प्रश्नों से निपटता है जिनके साथ इसे सौंपा गया है।
भारत में मौजूद है विश्व की 32 सांस्कृतिक धरोहर:
यूनेस्को द्वारा तेलंगाना के पालमपेट में रामप्पा मंदिर और गुजरात के हड़प्पा शहर धोलावीरा को 2020 में विश्व धरोहर का दर्जा दिए जाने के बाद वर्तमान में भारत में विश्व की 32 सांस्कृतिक धरोहर स्थल मौजूद हैं।