नेशनल हेराल्ड की शुरुआत 1938 में जवाहर नेहरू द्वारा की गई थी। नेशनल हेराल्ड ने स्वतंत्रता आंदोलन में महत्वपूर्म भूमिका निभाई और अंग्रेजी शासन द्वारा इस पर कई बार पाबंदियां भी लगाई गईं। नेशनल हेराल्ड की संपादकीय नीति सदा राष्ट्र के समर्पित रही।
एसोसिए़टेड जर्नल्स लिमिटेड के अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन बंसल और नेशनल हेराल्ड की समूह संपादकीय सलाहकार मृणाल पांडे ने गुरुवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से उनके दिल्ली स्थित आवास 10 जनपथ पर मुलाकात की और उन्हें नेशनल हेराल्ड के मुंबई संस्करण की प्रति भेंट की।
मुंबई संस्करण प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की 132वीं जयंती पर 14 नवंबर को लॉन्च हुआ। नेहरू जी ही नेशनल हेराल्ड के संस्थापक हैं।
नेशनल हेराल्ड की शुरुआत 1938 में जवाहर नेहरू द्वारा एक दैनिक अखबार के रूप में की गई थी। नेशनल हेराल्ड ने स्वतंत्रता आंदोलन में महत्वपूर्म भूमिका निभाई और अंग्रेजी शासन द्वारा इस पर कई बार पाबंदियां भी लगाई गईं। नेशनल हेराल्ड की संपादकीय नीति सदा राष्ट्र के समर्पित रही।
वर्तमान समय में अखबार ऐसे समय में मीडिया के उस शून्य को भरने की कोशिश कर रहा है जब अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को सर्वाधिक चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। इसी उद्देश्य से मुंबई संस्करण को शुरु किया गया है ताकि पाठकों को सत्य, साहस और सम्मान वाली स्वतंत्र पत्रकारिता मिल सके।
नेशनल हेराल्ड साप्ताहिक के लॉन्च का कार्यक्रम मुंबई के बांद्रा स्थित एजेएल हाउस में 14 नवंबर को एजेएल चेयरमैन पवन बंसल द्वारा किया गया। इस अवसर पर समूह संपादकीय सलाहकार मृणाल पांडे, मुंबई में नेशनल हेरल्ड की स्थानीय संपादक सुजाता आनंदन और समूह के बिजनेस हेड पीयूष जैन आदि उपस्थित रहे।
इनके अलावा कार्यक्रम में महाराष्ट्र सरकार के मंत्री बाला साहेब थोराट, अमित देशमुख, विश्वजीत कदम, नवाब मलिक और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण के अलावा कई पत्रकारों और लेखकों ने हिस्सा लिया।
समूह के प्रकाशनों में हिंदी अखबार नवजीवन और उर्दू अखबार कौमी आवाज भी शामिल हैं और इनकी वेबसाइट्स का प्रकाशन भी होता है।