कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने बुधवार को उत्तर प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य में गौशालाओं की स्थिति बेहद ‘दयनीय’ है। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य की योगी सरकार गौशालाओं की स्थिति में सुधार के लिए पर्याप्त प्रयास नहीं कर रही है। उन्होंने गौशालाओं की बदहाली पर अखबरों की खबर को टैग करते हुए सीएम योगी से कदम उठाने की उम्मीद जताई है।
प्रियंका गांधी ने ट्विटर पर गौशालाओं की स्थिति पर समाचार पत्रों की रिपोर्टों को टैग करते हुए लिखा, “मुख्यमंत्री जी आज ब्रज क्षेत्र जा रहे हैं। ब्रज ने पूरी दुनिया को गौ-सेवा की प्रेरणा दी। आशा है कि वे गौशालाओं की दुर्दशा के बारे में कुछ करेंगे। पिछले 5 सालों से उप्र की ज्यादातर गौशालाओं का यही हाल है। गौशालाओं की भारी दुर्दशा के बावजूद, सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है।”
मुख्यमंत्री जी आज ब्रज क्षेत्र जा रहे हैं। ब्रज ने पूरी दुनिया को गौ-सेवा की प्रेरणा दी।
आशा है कि वे गौशालाओं की दुर्दशा के बारे में कुछ करेंगे। पिछले 5 सालों से उप्र की ज्यादातर गौशालाओं का यही हाल है।
गौशालाओं की भारी दुर्दशा के बावजूद, सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है। pic.twitter.com/FyNoRTkSiM
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) November 10, 2021
खास बात ये है कि जुलाई में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को राज्य के सभी गौशालाओं का पूर्ण प्री-मानसून निरीक्षण करने का निर्देश दिया था। उन्होंने अधिकारियों से मवेशियों के लिए हरे चारे और भूसे सहित अन्य चीजों की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा था। उन्होंने कहा था कि जिस आश्रय गृह में कुप्रबंधन के कारण गाय की मौत की सूचना है, वहां संबंधित अधिकारी या कर्मचारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इससे पहले 9 जून, 2020 को उत्तर प्रदेश मंत्रिमंडल ने गोहत्या रोकथाम (संशोधन) अध्यादेश, 2020 को मंजूरी दी थी। अध्यादेश के अनुसार, पहले अपराध के लिए, एक व्यक्ति को 1 लाख रुपये से लेकर 3 लाख रुपये तक का जुर्माना या एक से सात साल तक की जेल हो सकती है। जबकि दूसरे अपराध के लिए व्यक्ति को 10 साल तक की जेल की सजा हो सकती है और 5 लाख रुपये तक जुर्माना भी भरना पड़ सकता है। इन सब दावों के बावजूद सूबे में गौशालाओं की स्थिति दयनीय हो गई है।