मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज शामली के कैराना पहुंचे हैं। यहां पर वह पीएसी कैंप, यूपी रोडवेज बस स्टैंड सहित करोड़ों रुपये की परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया। इससे पहले मुख्यमंत्री योगी कैराना से पलायन करने के बाद वापस लौटे व्यापारियों से मुलाकात करने पहुंचे। यहां उन्होंने व्यापारियों और उनके परिवार से बात की। सीएम योगी ने एक बच्ची से बात करते हुए कहा, डरना मत… बाबा के बगल में बैठी हो। इसके साथ ही उन्होंने व्यापारियों से पूछा कि लौटने के बाद अब यहां आपको कोई डर तो नहीं है।
426 करोड़ की 114 परियोजनाओं का किया शिलान्यास व लोकार्पण
मुख्यमंत्री ने कैराना में जनसभा स्थल के मंच से 426 करोड़ की 114 परियोजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण किया। उन्होंने लाभार्थियों को डेमो चेक, पोषण किट, आवास की चाबी, स्वीकृति पत्र भी भेंट किए। उन्होंनें जनता को संबोधित करते हुए कहा कि साल 2017 में भी मैं शामली आया था। तब मैंने कैराना के बारे में कहा था कि यहां सुरक्षा का बेहतर माहौल देंगे, और आज हम कैरान को सुरक्षित माहौल देने में सफल हुए हैं।
सीएम योगी ने मंच से बोलते हुए कहा कि मुजफ्फरनगर में जब दो निर्दोष नौजवान मारे जाते हैं, तब लोगों को जाति नजर नहीं आ रही थी। वहां जब निर्दोष हिंदुओं के घर जलाए जा रहे थे, तब जातिवाद की राजनीति करने वालों को उनकी जाति नजर नहीं आई थी। उन्होंने कहा कि बाबू हुकुम सिंह जी अब हमारे बीच नहीं हैं। उनके खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज होते थे और उन्हें प्रताड़ित किया जाता था।
उन्होंने कहा कि कुछ लोग अब भी तालिबानी मानसिकता को बढ़ावा देकर खुश होते हैं और उस पर ताली भी बजाते हैं। ऐसे लोगों के इन कृत्यों को यूपी में कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
कहा कि पिछली सरकारों में कोई गरीब बीमार होता था तो इलाज के लिए असहाय हो जाता था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आयुष्मान भारत के तहत पांच लाख तक का स्वास्थ्य बीमा दिया है, ताकि गरीब का इलाज भी संभव हो सके। कहा कि 2017 से पहले शामली के लोग इलाज के लिए दिल्ली जाते थे। लेकिन भाजपा सरकार आने के बाद अब लोग इलाज के लिए दिल्ली से शामली आने लगे हैं। अब शामली में मेडिकल कॉलेज के निर्माण की भी योजना है।
सीएम योगी बोले- अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपना रही सरकार
पलायन के बाद वापस लौटे मित्तल परिवार से मुलाकात के बाद सीएम योगी ने पत्रकारों से बातचीत की। उन्होंने इस दौरान कहा कि, 1990 के प्रारंभ में राजनीति के अपराधिकरण का दंश कैराना जैसे कस्बों ने झेला है। यहां पर हिंदू व्यापारियों व अन्य हिंदुओं को प्रताड़ित कर पलायन करने को मजबूर कर दिया गया। वह आगे बोले, 2017 के बाद अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति के बाद इस कस्बे में शांति आई। बहुत से परिवार वापस आए।
सीएम योगी बोले कि साल 2017 में जब मैं यहां आया था, तो लोगों ने पीएसी के बटालियन और चौकी के मजबूती की लोगों ने मांग की थी। पुलिस चौकी के सुदृढीकरण का काम तो पहले ही हो चुका था और अब मैं पीएसी बटालियन की शुरुआत करने आया हूं। पलायन कर चुके अधिकतर लोग वापस आ चुके हैं और सरकार ने उन्हें आश्वस्त किया है कि सरकार अपराधियों के खिलाफ जिस नीति से काम कर रही है। आगे भी करेगी। बच्चों और महिलाओं में जो विश्वास दिखा है वह आगे रंग दिखाएगा।
कहा-जाम की शिकायत को किया दूर
कहा कि यहां पर जाम की जो शिकायत रहती थी उसे हमने दूर किया है। अब यहां व्यापार बढ़ना प्रारंभ हुआ है। पीएम मोदी का सबका साथ सबका विकास का मंत्र रहा है, जो हम आगे लेकर जाएंगे। लेकिन बिना तुष्टीकरण की नीति के हम विकास करेंगे। मैं कस्बे के लोगों को आश्वस्त करता हूं कि उन्हें पूरी सुरक्षा मिलेगी। यहां के व्यापारिक और औद्योगिक माहौल को और आगे बढ़ाया जाएगा। पिछली सपा सरकार में जिन परिवारों पर अत्याचार हुआ था जिनके परिवार के लोगों की हत्या हुई थी उन्हें मुआवजा दिया जाएगा और उन मामलों की रिपोर्ट भी मांगी गई है।
Courtesy: Amarujala