आरोप है कि मंगलवार को आगरा के जगदीशपुरा थाने से 25 लाख रुपये की चोरी के आरोप में वाल्मीकि समुदाय के कुछ लोगों को पुलिस ने उनके घरों से उठाया था, जिसमें अरुण वाल्मीकि भी था। अरुण थाने के मालखाना में सफाईकर्मी था। पुलिस के अनुसार उसने शनिवार की रात कथित तौर पर चुराए थे। पुलिस हिरासत में ही अरुण की मौत हो गई। हालांकि पुलिस का कहना था कि अचानक उसकी तबीयत बिगड़ी और उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
इस मामले में बुधवार को प्रियंका गांधी जब आगरा जाने के लिए निकलीं तो पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया था। पुलिस ने प्रियंका गांधी को लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर ही रोक लिया था। पुलिस का कहना था कि किसी भी राजनीतिक व्यक्ति को वहां नहीं जाने देने का निर्देश था। लेकिन बाद में प्रियंका को 4 लोगों को साथ आगरा जाने की इजाजत दे दी गई थी।