(रिपोर्ट: शाश्वत तिवारी)
‘भारत हमेशा हमारे साथ अच्छे से पेश आया है। वे हमारे सच्चे दोस्त हैं, वे बहुत मददगार और भारत में जो हमारे लोग वहां शरणार्थी हैं उनके लिए दयालु हैं। भारत में रह चुके जिस भी हर अफगान शख्स से मैं मिली उन्होंने हमेशा भारतीय लोगों के लिए अच्छा कहा। ये शब्द हैं अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद देश छोड़ने वालीं अफगानी पॉप स्टार आर्यना सईद के। उन्होंने मंगलवार को समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में पाकिस्तान की आलोचना की है तो भारत का शुक्रिया अदा किया है।
बोलीं आर्यना- पाकिस्तान तालिबान को करता है फंडिंग
आर्यना ने कहा कि बीते कई सालों में उनको यह एहसास हो चुका है कि अगर पड़ोस में कोई दोस्त है तो वो भारत है। उन्होंने आगे कहा कि वो पूरे अफगानिस्तान की ओर से भारत का आभार व्यक्त करना चाहती हैं धन्यवाद कहना चाहती हैं। आर्यना यही नहीं रुकी उन्होंने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए पाकिस्तान पर अफगानिस्तान की राजनीति में दखल देने का आरोप भी लगाया है।
पाकिस्तान पर लगाए ये आरोप:
पाकिस्तान पर आरोप लगाते हुए आर्यना ने कहा कि मैं उनको दोष देती हूं। बीते कई सालों से लेकर अब तक हमने ऐसे वीडियो और सबूत देखे हैं जो बताते हैं कि तालिबान को सशक्त करने की पीछे पाकिस्तान है। जब भी हमारी सरकार किसी तालिबान को पकड़ती, वे पहचान देखते तो वह पाकिस्तानी व्यक्ति होता है। ये बहुत स्पष्ट है कि ये वहीं है। उन्होंने कहा कि मैं उनको दोष देती हूं और मुझे उम्मीद है कि वो पीछे रहेंगे और अब अफगानिस्तान की राजनीति में दखल नहीं देंगे।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए कही ये बात:
अंतरराष्ट्रीय समुदाय को लेकर आर्यना ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि वे बैठेंगे और आफगानिस्तान में शांति लाने के लिए समाधान ढूंढेंगे। मुझे उम्मीद है कि वे पाकिस्तान पर दबाव बना सकते हैं। मेरा मानना है कि हम अफगानिस्तान में जिन बड़ी समस्याओं का सामना कर रहे हैं वे पाकिस्तान की वजह से हैं। हम जानते हैं कि तालिबान को पाकिस्तान फंड देता रहा है। उन्होंने कहा कि उनको पाकिस्तान निर्देश देता रहा है, उनके बेस पाकिस्तान में हैं और वहां पर उन्हें ट्रेनिंग मिलती है। मुझे उम्मीद है कि सबसे पहले वे उनके सभी फंड्स को काटेगा और पाकिस्तान को कोई फंड्स नहीं देगा ताकि उनके पास तालिबान को फंड देने के लिए फैसे न रहें।
अफगानिस्तान के पुनर्निर्माण में भारत ने निभाई है महत्वपूर्ण भूमिका:
बता दें कि अफगानिस्तान दक्षिण एशिया में भारत का अहम साथी है। दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध पारंपरिक रूप से मज़बूत और दोस्ताना रहे हैं। भारत ने अफगानिस्तान में पुनर्निर्माण और पुनर्वास प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। व्यापक विकास सहायता कार्यक्रम के माध्यम से भारत ने अफगानिस्तान में कई बड़ी और मध्यम बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के साथ-साथ कई उच्च प्रभाव वाली सामुदायिक विकास परियोजनाओं पर 2 अरब डालर से ज्यादा खर्च किया है। 2016 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अफगानिस्तान यात्रा के दौरान भारत-अफगानिस्तान मैत्री बांध का उद्घाटन किया था। इसके साथ ही भारत काबुल के पास शहतूत बांध का निर्माण भी करा रहा है, जो काबुल में 20 लाख नागरिकों को पीने के पानी के साथ-साथ सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराएगा। यही नहीं भारत ने अफगानिस्तान के राष्ट्रीय संसद भवन का भी निर्माण कराया है। जिसका उद्घाटन 2015 में प्रधानमंत्री मोदी की उपस्थिति में हुआ था।