मोदी सरकार के नए सूचना तकनीक (आईटी) मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि जो कोई भी भारत में रहता है और यहां काम करता है उसे देश के कानून मानना ही होंगे। वैष्णव ने यह बात ट्विटर पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में कही।
मोदी सरकार में शामिल टेक्नोक्रेट और ओडिशा से राज्यसभा सांसद अश्विनी वैष्णव ने आज देश के नए आईटी और रेल मंत्री के रूप में कार्यभार संभाल लिया। उन्होंने कहा है कि देश का कानून सर्वोपरि है और देश में काम करने वाले और रहने वाले हर किसी को इस कानून का पालन करना होगा। अश्विनी वैष्णव ने यह बात उस सवाल के जवाब में कही जिसमें पूछा गया था कि ट्विटर सरकार के नियमों को मानने में आनाकानी कर रहा है। गौरतलब है कि नए आईटी नियमों को लेकर ट्विटर और सरकार के बीच रस्साकशी चल रही है और ट्विटर एक तरह से नए नियमों को मानने में आनाकानी कर रहा है।
इस बीच गुरुवार को ट्विटर ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि वह सरकार के नियमों के मुताबिक अगले 8 सप्ताह के अंदर ग्रीवांस ऑफिसर की नियुक्ति कर देगा। अश्विनी वैष्णव ने बीजेपी कार्यालय में पार्टी के महासचिव बी एल संतोष से मुलाकात के बाद पत्रकारों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि उनका फोकस इस बात पर होगा कि कतार के आखिरी आदमी तक के जीवन में सुधार आए।
ध्यान रहे कि अश्विनी वैष्णव पहले भी सोशल मीडिया के प्रभाव और साईबरबुलिंग पर बोलते रहे हैं। ऑक्सफर्ड स्टूडेंट्स यूनियन की प्रेसीडेंट रश्मि सामंत के इस्तीफे के बारे में उन्होंने राज्यसभा में कहा था कि यह नस्लभेद का गंभीर मामला है।