रामपुर मौलाना मुहम्मद अली जौहर का जन्म 10 दिसंबर 1878, ब्रिटिश भारत रामपुर रियासत में (वर्तमान में उत्तर प्रदेश, भारत) में हुआ था।
इन्हे मौलाना मोहम्मद अली जौहर के नाम से भी जाना जाता है , जो एक भारतीय मुस्लिम नेता, स्वतंत्रता आंदोलन के कार्यकर्ता, विद्वान, पत्रकार और कवि थे।
जब वह पांच वर्ष के थे, तब उनके पिता, अब्दुल अली खान की मृत्यु हो गई थी। पिता की मृत्यु के बावजूद, जौहर ने दारुल उलूम देवबंद एव अलीगढ़ मुस्लिम विश्व विद्यालय से पढ़ाई की औऱ 1898 में, लिंकन कॉलेज, ऑक्सफोर्ड में आधुनिक इतिहास का अध्ययन किया ।
भारत लौटने पर उन्होंने रामपुर राज्य के शिक्षा निदेशक के रूप में कार्य किया। वह अंग्रेजी के “टाइम्स, लंदन, द मैनचेस्टर गार्डियन और द ऑब्जर्वर” जैसे प्रमुख समाचार पत्रों में लेख लिखते थे. वह एक दूरदर्शी राजनीतिक नेता एवं कुशल वक्ता थे।
उन्होंने कलकत्ता में 1911 में अंग्रेजी साप्ताहिक द कॉमरेड का शुभारंभ किया , जिसने तेजी से परिसंचरण और प्रभाव अर्जित किया। वह 1912 में दिल्ली चले आए और वहां उन्होंने 1913 में एक उर्दू भाषा के दैनिक समाचार पत्र हमदर्द का शुभारंभ किया। मौलाना मोहम्मद अली जौहर ने 1902 में अमजदी बानो बेगम (1886-1947) से शादी की।
बेगम सक्रिय रूप से राष्ट्रीय और खिलाफत आंदोलन में शामिल थीं।. मौलाना मोहम्मद अली जौहर ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय का विस्तार करने के लिए कड़ी मेहनत की, जिसे मुहम्मदान एंग्लो-ओरिएंटल कॉलेज के नाम से जाना जाता था और 1920 में जामिया मिलिया इस्लामिया के सह-संस्थापकों में से एक थे। वर्तमान में मौलाना मुहम्मद अली जौहर के सम्मान में रामपुर जिले में मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय समर्पित है।
“मौलाना मोहम्मद अली जौहर ने हिन्दू -मुस्लिम एकता के बहुत बड़े पक्षधर थे । हम सभी को इनके जीवन से सीख लेनी चाहिए और देश को आगे बढ़ाने में योगदान देना चाहिए ।।”
शन्नू खान रामपुर
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