आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के उपाध्यक्ष और शिया धर्मगुरु डॉ. कल्बे सादिक का मंगलवार 24 नवंबर रात निधन हो गया था। वह पिछले कुछ दिनों से गंभीर रूप से बीमार थे और लखनऊ के अस्पताल में वेंटिलेटर सपोर्ट पर थे। डॉ सादिक पूरी दुनिया में भाईचारे और मोहब्बत के पैगाम के लिए जाने जाते थे। 17 नवंबर को उनकी तबीयत बिगड़ने और सांस में तकलीफ होने पर उन्हें लखनऊ के एरा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। वहां तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था। लेकिन उनकी तबीयत बिगड़ती रही और मंगलवार रात 10 बजे उन्होंने आखिरी सांस ली।
संसद सदस्य संजय सिंह उनके अंतिम संस्कार में गए और अंतिम समय तक रहे। बाद में वह दिल्ली विधानसभा के मुख्य सचेतक दिलीप पांडे के साथ कल्बे सादिक के घर गए। और उनके साथ आम आदमी पार्टी के सैयद अमीर सरदार, वैभव माहेश्वरी, सभाजीत सिंह, अजीत त्यागी , असद अब्बास और अन्य कार्यकर्ता भी मौजूद थे। वे डॉ. कल्बे सादिक के बेटे कल्बे नूरी से मिले और कहा “कल्बे सादिक साहब केवल एक समुदाय के मार्गदर्शक नहीं थे, बल्कि सभी समुदायों के मार्गदर्शक थे। उन्होंने अपना जीवन मानव जाति की सेवाओं के लिए समर्पित कर दिया। और यह नुकसान केवल आपका नहीं है, यह नुकसान पूरे राष्ट्र का नुकसान है और हम आपके दर्द में आपके साथ खड़े हैं ।”