आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के उपाध्यक्ष और शिया धर्मगुरु डॉ. कल्बे सादिक का निधन हो गया है। वह पिछले कुछ दिनों से गंभीर रूप से बीमार थे और लखनऊ के अस्पताल में वेंटिलेटर सपोर्ट पर थे। डॉ सादिक पूरी दुनिया में भाईचारे और मोहब्बत के पैगाम के लिए जाने जाते थे।
आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के उपाध्यक्ष और शिया धर्मगुरु डॉ. कल्बे सादिक का मंगलवार रात निधन हो गया। उनके बेटे कल्बे सिब्तैन नूरी ने उनके निधन की पुष्टि करते हुए बताया कि 17 नवंबर को उनकी तबीयत बिगड़ने और सांस में तकलीफ होने पर उन्हें लखनऊ के एरा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। वहां तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था। लेकिन उनकी तबीयत बिगड़ती रही और मंगलवार रात 10 बजे उन्होंने आखिरी सांस ली।
Grieved by the passing away of Kalbe Sadiq, a respected Islamic theologist. He was known for his candour and appreciated for his philanthropy which helped innumerable needy children. His contribution will be cherished. My condolences to his family members and countless followers
— President of India (@rashtrapatibhvn) November 25, 2020
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के उपाध्यक्ष रहे मौलाना कल्बे सादिक के निधन से अत्यंत दुख हुआ। उन्होंने सामाजिक सद्भावना और भाईचारे के लिए उल्लेखनीय प्रयास किया। उनके परिजनों और चाहने वालों के प्रति मेरी संवेदनाएं।
— Narendra Modi (@narendramodi) November 25, 2020
डॉ मौलाना कल्बे सादिक़ साहब के निधन की ख़बर दुखद है। एक परोपकारी व्यक्ति होने के साथ, वह एक विद्वान समाज सुधारक भी थे। उन्होंने विभिन्न समुदायों के बीच भाईचारे को मज़बूत करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
उनके परिवार, दोस्तों और अनुयायियों के प्रति मेरी संवेदना।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 25, 2020
भारत के जाने माने शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे सादिक का निधन बेहद दुःखद है। वे ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के उपाध्यक्ष रहे और हमेशा समाज में भाईचारे को मज़बूत करने पर बल दिया। वे एक नेक और अज़ीम शख़्सियत थे। मैं उनके परिवार और चाहने वालों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूँ।
— Rajnath Singh (मोदी का परिवार) (@rajnathsingh) November 25, 2020
आल-इण्डिया मुस्लिम पर्सनल लाॅ बोर्ड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष व मशहूर शिया आलिम-ए-दीन मौलाना कल्बे सादिक का लम्बी बीमारी के बाद निधन की खबर अति-दुःखद। उनके परिवार व देश-दुनिया में उनके सभी जानने-मानने वालों के प्रति मेरी गहरी संवेदना। कुदरत उन सबको इस दुःख को सहन करने की शक्ति दे।
— Mayawati (@Mayawati) November 25, 2020
Maulana Kalbe Sadiq, Vice President AIMPLB, was a learned scholar and ambassador of communal amity. He has participated in many of @artofliving interfaith programs. He will be remembered for his contribution towards the upliftment of the poor section of society. pic.twitter.com/jOMyKSmBdV
— Gurudev Sri Sri Ravi Shankar (@SriSri) November 25, 2020
मौलाना कल्बे सादिक शिया धर्मगुरु होने के साथ ही विद्वान भी थे। वह लंबे समय से आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड के उपाध्यक्ष थे। वह धार्मिक मामलों के अलावा सामाजिक कार्यों में भी सक्रिय रहे। खासकर लड़कियों और गरीब बच्चों की शिक्षा के लिए उन्होंने काफी काम किया है। वह लखनऊ में यूनिटी कॉलेज और एरा मेडिकल कालेज के संरक्षक थे।
डॉ. कल्बे सादिक पूरी दुनिया में आपसी भाईचारे और मोहब्बत के पैगाम के लिए जाने जाते थे। वह शिया धर्मगुरु के साथ विद्वान होने के नाते दुनिया भर के देशों में जाकर प्यार और आपसी भाईचारे का पैगाम देते थे। वह शिया धर्म गुरु होने के नाते विदेशों में मजलिस पढ़ने भी जाते थे।