पीएम मोदी के गुजरात में गरीबी को दीवार में चुनवाया जा रहा है, ताकि झुग्गियों झुग्गियों से झांकती गरीबी पर अमेरिकी राष्ट्रपति की नजर न पड़े जाए। वैसे ट्रम्प की मानें तो मोदी ने वादा किया है कि हवाई अड्डे से मोटेरा स्टेडियम तक 50 से 70 लाख लोग स्वागत में होंगे।
अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प अपनी पत्नी के साथ भारत आ रहे हैं, और इसे लेकर पीएम मोदी और ट्रम्प के बीच खूब ट्विटर-ट्विटर खेला जा रहा है। इस बीच अहमदाबाद से जो तस्वीरें आ रही हैं, उससे पता चलता है कि ट्रम्प की अहमदाबाद यात्रा के लिए गरीबों और गरीबों को छिपाने का काम तेज़ी से चल रहा है। खबर है कि हवाई अड्डे से इंदिरा ब्रिज को जोड़ने वाले रास्ते के किनारों पर बसी गरीबों की झुग्गियों के सामने दीवार खड़ी की जा रही है, ताकि मोदी की शेखी पर गरीबी का दाग ट्रम्प को नजर न आ जाए। हालांकि अहमदाबाद की मेयर ऐसी किसी जानकारी से इनकार करती हैं।
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक अहमदाबाद म्युनिसिपल कार्पोरेशन यह निर्माण करवा रहा है। झुग्गियों को छिपाने के लिए करीब आधा किलोमीटर लंबी और करीब 7 फीट ऊंची दीवार चुनवाई जा रही है। यह वह रास्ता है जो अहमदाबाद एयरपोर्ट से गांधीनगर को जोड़ता है और मोटेरा स्थित सरदार पटेल स्टेडियम तक जाता है।
अहमादाबाद म्यूनिसिपल कार्पोरेशन के एक अधिकारी ने बताया कि, “करीब 600 मीटर इलाके में 6-7 फीट ऊंची दीवार बनवाई जा रही है। इसके बाद इस पूरे इलाके में पेड़ लगाए जाएंगे।” इसके अलावा साबरमती रिवर फ्रंट पर बड़े बड़े पाम ट्री भी लगाए जाएंगे।
गौरतलब है कि जहां दीवार उठवाई जा रही है वहां करीब ढाई हजार की गरीबों की आबादी है जो करीब 500 कच्चे घरों या झुग्गियों में रहती है। यह इलाका दशकों पुराना है देवशरण या सारण्यवास झुग्गी क्षेत्र कहलाता है। 2017 में जब जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे औप उनकी पत्नी आकी आबे 12वें भारत-जापान शिखर सम्मेलन में आए थे तो भी इसी तरह शहर को खूबसूरत बनाने की कवायद की गई थी।
अब बात करते हैं ट्विटर-ट्विटर खेल की। बुधवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प ने कहा कि “मोदी ने उन्हें बताया कि एयरपोर्ट से स्टेडियम तक 50 से 70 लाख लोग उनका स्वागत करेंगे।” संख्या के हिसाब से देखें तो यह पूरे अहमदाबाद शहर की आबादी होगी।
चर्चा है कि एयरपोर्ट से मोटेरा स्टेडियम तक एक रोड शो की तैयारी भी है। सूत्रों का कहना है कि शिक्षा विभाग को 25,000 छात्रों को इकट्ठा करने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं गुजरात विश्वविद्यालय से भी ऐसा ही इंतजाम करने को कहा गया है। इसके अलावा करीब एक हजार शिक्षकों को भी इस आयोजन में शामिल होने को कहा गया है।
source: NavjeevanIndia