प्रवासी मजदूरों के संबंध में विजया का कहना है कि उन सबकी जो मदद हो रही है, वह ठीक है। लेकिन, जो पैदल चल रहे हैं, उन्हें तत्काल उनके घर पहुंचाया जाना चाहिए। मजदूरों की हालत दयनीय है। इस पर ध्यान देने की जरूरत है। विजया दीदी का सुझाव है कि सरकार को प्रवासी मजदूरों के लिए यातायात की व्यवस्था करनी चाहिए। इसके अलावा उनके खाने-पीने की व्यवस्था भी होनी चाहिए। उन्होंने कहा “क्वारंटाइन सेंटरों की भी व्यवस्था बेहतर हो। जब अपने देश के बाहर रहने वाले लोग हवाई जहाज से लाए आ सकते हैं, तो मजदूरों को उनके घर क्यों नहीं पहुंचाया जा सकता, सरकार इस बारे में ध्यान दे।”
‘अपना स्कूल’ के केन्द्रों पर कोआर्डिनेटर का काम देखने वाले ब्रज नारायण शर्मा ने कहा, “इस संस्था में बच्चों को नि:शुल्क भोजन के साथ उन्हें ड्रेस भी उपलब्ध कराई जा रही है। इन शिक्षा केन्द्रों में उत्तर प्रदेश के अलावा बिहार, छत्तीसगढ़ और झारखंड के बच्चे भी नि:शुल्क शिक्षा ग्रहण करते हैं। इसके अलावा जब वह यहां से चले जाते हैं तो उनकी शिक्षा बाधित न हो, इसके लिए यहां से शिक्षक भेजकर उनकी पढ़ाई को सुचारू रूप से चालू रखा जाता है।”