देश में कोरोना वायरस के संकट में रोबोट की पूरी सहायता ली जा रही है। तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई के मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में रोबोट लगाए हैं। कोविड-19 संक्रमित मरीजों को यह रोबोट दवाईयां और खाना बांटेंगे।
कर्नाटक में भी इससे पहले मेडिकल कॉलेज और अस्पतालों में रोबोट को लगाने पर विचार किया गया था। बता दें कि देश इस वक्त बेहद ही नाजुक स्थिति से गुजर रहा है। देश में इस वक्त कोरोना से 50 से से ज्यादा लोगों की मौतो हो चुकी है जबकि 2000 के पार लोग संक्रमित हैं। चीन के वुहान से फैले इस वायरस का अभी तक कोई इलाज नहीं मिला पाया है। ऐसे में सिवाय एहतियात बरतने के अलावा अन्य कोई विकल्प मौजूद नहीं है। यही वजह है कि इस संक्रमण को रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 21 दिनों का लॉकडाउन का एलान करना पड़ा।
आज लॉकडाउन के दसवां दिन हैं। इससे पहले 22 मार्च को पीएम ने जनता कर्फ्यू का एलान किया था। इस दौरान सभी लोगों को घरों पर रहने की हिदायत दी गई थी। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सुबह कुछ देर के भाषण में 5 अप्रैल को रात नौ बजे नौ मिनट के लिए अपने घरों की लाइट बंद करने करेक दिए और टॉर्च जलाने की अपील की है। लोगों की एकजुटता और उत्साह से प्रधानमंत्री इस वायरस से लड़ने की कोशिश कर रहे हैं।
अगर वैश्विक स्तर की बात करें तो इस बात 50 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 6 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हैं। 200 से ज्यादा देश इस वायरस की चपेट में है। प्रत्येक संक्रमित देश इस वायरस से लड़ने के लिए अपने स्तर पर हरसंभव कोशिश कर रहा है। कई देशों ने भी अपने देशों में लॉकडाउन लगाया हुआ। ऐसे में वैज्ञानिक इस वायरस से निपटने के लिए वैक्सीन भी तैयार कर रहे हैं।
source: jagran.com