जहां तक अमेरिका की बात करें तो यहां पर हालात लगातार खराब हो रहे हैं। आपको बता दें कि अमेरिका में 50 राज्य हैं जो सभी इसकी चपेट में हैं। इसमें न्यूयॉर्क सबसे आगे है। यहां पर अब तक 67325 मामले सामने आ चुके हैं। वहीं 1342 लोगों की मौत भी हो चुकी है। कोरोना वायरस की चपेट में आने वाले टॉप-10 राज्यों की बात करें तो इनमें दूसरे नंबर पर न्यूजर्सी है जहां पर अब तक 16636 मामले सामने आ चुके हैं। इसके बाद केलिफोर्निया में 7413 मामले, मिशिगन में 6498 मामले, मेसाचुसेट्स में 5752 मामले, फ्लोरिडा में 5704 मामले, वाशिंगटन में 5250 मामले, इलिनोएस में 5057 मामले और पेनसिलवेनिया में 4154 मामले अब तक सामने आ चुके हैं।
अमेरिका के नॉर्दन मेरियाना द्वीप पर अब तक सबसे कम 2 मामले सामने आए हैं। अलजजीरा के मुताबिक न्यूयॉर्क के गवर्नर एंड्रयू क्यूमो ने तुरंत मेडिकल वलेंटियर्स की मांग की है। वहीं अमेरिकी नेवी के दो जहाज न्यूयॉर्क में स्थिति संभालने के लिए तैनात कर दिए गए हैं। इनमें 1000 बैड की सुविधा है। ये जहाज पूरी तरह से चलते फिरते अस्पताल हैं।
कोरोना वायरस की बदौलत अमेरिका 9/11 के बाद सबसे बुरे दौर में है। इसकी वजह से अमेरिका को आर्थिक चपत भी लग रही है। अमेरिका आने और जाने वाले कई उड़ानें पूरी तरह से बंद हैं। कुछ राज्यों में लॉकडाउन किया गया है। वाशिंगटन में लोगों को घरों में रहने के लिए कह दिया गया है। इसका उल्लंघन करने वालों को जुर्माने के अलावा सजा भी हो सकती है। आपको बता दें कि अमेरिका में पहले ही जानबूझकर कोरोना वायरस फैलाने वाले पर आतंक फैलाने के तहत मामला चलाने का नियम लागू कर दिया गया है। हालांकि इन सबके बावजूद अमेरिका में अभी तक लॉकडाउन की घोषणा नहीं की गई है।
कोरोना वायरस की बदौलत अमेरिका 9/11 के बाद सबसे बुरे दौर में है। इसकी वजह से अमेरिका को आर्थिक चपत भी लग रही है। अमेरिका आने और जाने वाले कई उड़ानें पूरी तरह से बंद हैं। कुछ राज्यों में लॉकडाउन किया गया है। वाशिंगटन में लोगों को घरों में रहने के लिए कह दिया गया है। इसका उल्लंघन करने वालों को जुर्माने के अलावा सजा भी हो सकती है। आपको बता दें कि अमेरिका में पहले ही जानबूझकर कोरोना वायरस फैलाने वाले पर आतंक फैलाने के तहत मामला चलाने का नियम लागू कर दिया गया है। हालांकि इन सबके बावजूद अमेरिका में अभी तक लॉकडाउन की घोषणा नहीं की गई है।
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के मुताबिक अब तक पूरे देश में 10 लाख लोगों की जांच की जा चुकी है। वहीं अमेरिका के स्वास्थ्य विभाग की मानें तो हर रोज एक लाख सैंपल की जांच की जा रही है। कोरोना संकट को देखते हुए कोलंबिया में भी लोगों को घरों में ही रहने के आदेश दे दिए गए हैं। इस दौरान उन्हें केवल जरूरी चीजों को खरीदने के लिए बाहर निकलने की इजाजत होगी। इसके अलवा वर्जीनिया, मैरीलैंड में भी ऐसे ही आदेश जारी किए जा चुके हैं।
अमेरिका के शेयर बाजार लगातार नीचे गिर रहे हैं। इस वित्तीय संकट से उबरने के लिए सरकार ने 2.9 मिलियन डॉलर के पैकेज की घोषणा की है। आपको बता दें कि अमेरिका में पैकेज की घोषणा के बाद बेरोजगारी भत्ता लेने वालों ने रिकॉर्ड संख्या में आवेदन किया है। यह इस बात को दर्शाता है कि अमेरिका में कहीं न कहीं मंदी की आहट साफतौर पर सुनी जा सकती है। हालांकि वित्तीय संस्थान पहले ही दुनिया की अर्थव्यवस्था में गिरावट का जिक्र कर चुकी हैं। वहीं इसका असर कहीं न कहीं दुनियाभर में नौकरियों पर भी जरूर पड़ेगा। जर्मनी में करीब दस लाख नौकरियों पर संकट बताया गया है। ये आहट सिर्फ कुछ देशों में ही महसूस नहीं की जा रही है बल्कि दूसरे देशों में भी इसी तरह की आशंका को बल मिल रहा है।