मेंस आइपीएल पिछले 12 साल से लगातार हो रहा है। हालांकि, इस बार कोरोना वायरस की वजह से आइपीएल को रद भी किया जा सकता है। खैर ये मसला बीसीसीआइ का है, लेकिन पिछले दो साल से वुमेंस टी20 चैलेंज भी हो रहा है, जिसे सब लोग वुमेन आइपीएल कहते हैं। असल में वुमेन आइपीएल अभी तक शुरू नहीं हुआ है, क्योंकि बीसीसीआइ वुमेंस टी20 चैलेंज के नाम से पिछले दो साल से प्रदर्शनी के तौर पर महिला टीमों के बीच कुछ मैच कराती है।
साल 2018 में वुमेन आइपीएल के तौर पर सिर्फ एक मैच हुआ था, जबकि साल 2019 में तीन महिला टीमों के बीच चार मैच खेले गए। 2020 में बीसीसीआइ चार टीमों के बीच 7 मैच आयोजित कराने वाली थी, लेकिन अभी कोरोना वायरस की वजह से कुछ भी संभव नहीं है। ऐसे में भारत की महिला वनडे टीम की कप्तान मिताली राज ने कहा है कि अब समय आ गया है कि अगले साल से पूरा वुमेन आइपीएल हो, क्योंकि अब वे इसके लिए और इंतजार नहीं कर सकतीं।
आइपीएल हो चाहे, नियम बदल जाएं
भारत की दिग्गज महिला बल्लेबाज मिताली राज ने ईएसपीएनक्रिकइंफो से बात करते हुए कहा, “मैं निजी तौर पर ऐसा महसूस करती हैं कि अगले साल से एक वुमेंस आइपील भी आयोजित हो। भले ही थोड़ा छोटा रहे, नियमों में थोड़ी ढील रहे, लेकिन वुमेन आइपीएल पूरा होना चाहिए। मेंस आइपीएल में जिस तरह प्लेइंग इलेवन में 4 विदेशी खिलाड़ी खेल सकते हैं उस तरह वुमेंस आइपीएल में 6 खिलाड़ियों के लिए भी खेलने का नियम हो, लेकिन आइपीएल जरूरी है।”
मिताली राज भारत की ऐसी दूसरी दिग्गज क्रिकेटर हैं, जिन्होंने वुमेन आइपीएल को कराने की सिफारिश की है। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया में खेले गए वुमेंस टी20 वर्ल्ड कप 2020 के फाइनल में हारने के बाद भारतीय टीम के पूर्व कप्तान और दिग्गज बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने भी यही तर्क दिया था कि अब वुमेन आइपीएल भी आयोजित होना चाहिए। गावस्कर ने तर्क दिया था कि मेंस आइपीएल की तरह वुमेंस आइपीएल से भारतीय महिला टीम को टैलेंट मिलेगा।
source: Jagran.com