बीती रात गांव में घुसने का प्रयास कर रहे हाथियों के एक झुंड ने स्कूली छात्र को कुचलकर मौत के घाट उतार दिया। हादसा उस वक्त हुआ जब ग्रामीण हाथियों के झुंड को गांव से खदेड़ने का प्रयास कर रहे थे। इसी दौरान हाथी छात्र को जंगल में घसीट ले गए थे। सूचना पाकर मौके पर पहुंची वन विभाग और पुलिस की टीम जांच में जुट गई है।
हाथियों के झुंड द्वारा स्कूली छात्र को कुचलकर मारने की ये दर्दनाक घटना छत्तीसगढ़ के जशपुर क्षेत्र में हुई है। यहां के कुनकुरी रेंज अंतर्गत नारायणपुर बरडांड पंचायत में पड़ने वाले जंगल ढुकुटोंगरी से शुक्रवार देर रात हाथियों का एक दल गांव की तरफ बढ़ रहा था। हाथियों का ये झुंड सरपंच के फार्म हाउस की तरफ बढ़ रहा था। हाथियों का झुंड गांव में घुसने की सूचना मिलते ही काफी संख्या ग्रामीण एकत्र हो गए। ग्रामीणों ने हाथियों के झुंड को खदेड़ना शुरू किया। काफी देर की मशक्कत के बाद ग्रामीण हाथियों के झुंड को जंगल की तरफ खदेड़ने में कामयाब भी हो गए।
एक हाथी ने वापस लौटकर किया हमला
हाथियों के झुंड को जंगल की तरफ जाता देख ग्रामीण वापस लौटने लगे। इसी दौरान झुंड का एक हाथी वापस लौटा और भीड़ में सबसे पीछे चल रहे 12वीं के छात्र 18 वर्षीय कृष्णा राम को सूंड़ से पकड़ लिया। इससे पहले कि छात्र शोर मचाता और ग्रामीण उसकी मदद के लिए वापस लौटते हाथी छात्र को घसीटकर जंगल की तरफ ले गया। ग्रामीणों को उसकी जान बचाने का मौका ही नहीं मिला।
कई बार हवा में उछाला और फिर कुचल दिया
इस दौरान हाथी ने छात्र को कई बार फुटबाल की तरह हवा में उछाला। छात्र को कई बार पटकने के बाद हाथी ने उसे कुचल दिया। हाथी के हमले से छात्र का सिर बुरी तरह घायल हो गया। गुस्साया हाथी छात्र पर काफी देर तक हमला करता रहा। हाथी ने उसके पूरे कपड़े फाड़ कर नग्न कर दिया। हाथी के हमले में छात्र की मौके पर ही मौत हो गई।
दूर-दूर तक मिली चप्पलें, मोबाइल व कपड़े
बताया जा रहा है कि हाथी ने छात्र को कई बार हवा में उछाला और काफी दूर तक घसीटकर ले गया। इस वजह से जंगल में काफी दूर-दूर तक छात्र की चप्पलें, मोबाइल और कपड़ों के टुकड़े पड़े मिले हैं। सूचना पाकर मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम और स्थानीय पुलिस घटना की जांच कर रही है।
हाथियों के हमले से लोगों में नाराजगी
हाथियों के इस हमले से ग्रामीणों में दहशत फैल गई है। सुबह घटना की सूचना पाकर काफी संख्या में स्थानीय लोग जंगल में घटनास्थल पर जमा हो गए। घटना के बाद से स्थानीय लोगों में प्रशासन के प्रति काफी गुस्सा है। लोगों ने वन विभाग से नाराजगी जाहिर करते हुए हाथियों के झुंड को गांव के आसपास से भगाने की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि इससे पहले भी हाथी कई बार उनके गांव में घुसकर उत्पाद मचा चुके हैं। हाथियों की वजह से हर वक्त लोगों की जान पर खतरा बना रहता है।
source: Jagran.com